प्रभारी मंत्री ने पुस्तक का किया विमोचन, तीन वर्षो की सरकार के गिनाए कार्य
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बरेली। बरेली में 246 करोड़ 94 लाख रुपए की धनराशि से पिछले तीन वर्षो में आवागमन की सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया गया है। करीब 38 करोड़ 23 लाख रुपए की लागत से आईवीआरआई के निकट फोर लेन रेल उपरिगामी सेतु का निर्माण अंतिम चरण में है। इसी प्रकार 26 करोड़ 78 लाख़ की लागत से शाहजहाँपुर मार्ग पर सेटेलाइट बस स्टैण्ड के पास उपरिगामी सेतु का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। लगभग 40 करोड़ 13 लाख रुपए की लागत से श्यामगंज चौराहे पर उपरिगामी सेतु का निर्माण किया गया है और 59 करोड़ 31 लाख रुपए की लागत से दिल्ली लखनऊ मार्ग पर चौपला चौराहे पर थ्री लेन एवं बरेली-बदायूं तथा बस स्टैण्ड साइड में टू लेन उपरिगामी सेतु का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। साथ ही 82 करोड़ 49 लाख रुपए की लागत से बरेली बदायूं मार्ग पर लाल फाटक के पास स्थित रेल लाइन पर फोर लेन उपरगामी सेतु का निर्माण कार्य जारी है। शहरी सुविधाओं के विस्तार की श्रंखला में लगभग 6 करोड़ 44 लाख रुपए की लागत से जनपद के विभिन्न पार्कों का सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। अभी तक 100 हाई मास्ट लाइटें लगाई जा चुकी हैं तथा 350 सिंगल सोलर लाइटों को लगाये जाने का कार्य प्रगति पर है। जनपद में करीब 57 करोड़ 45 लाख रुपए की धनराशि से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागन की सुविधाओं का विस्तार किया गया। इसमें 13 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से पनवड़िया परगवां मार्ग, किच्छा नदी पर सेतु, अतिरिक्त पहुंच मार्ग एवं सुरक्षात्मक कार्य का निर्माण कराया गया। इसी प्रकार 10 करोड़ 93 लाख रुपए़ की लागत से बहेड़ी शीशगढ़ मार्ग पर नारायण नगला के निकट किच्छा नदी पर सेतु, पहुंच मार्ग, अतिरिक्त पहुंच मार्ग का निर्माण, नगरिया कलां-कमालपुर मार्ग पर किच्छा नदी पर मुख्य सेतु, पहुंच मार्ग, अतिरिक्त पहुंच मार्ग एवं सुरक्षात्मक कार्यों पर 13 करोड़ 03 लाख रुपए व्यय किए गए। 05 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से बरेली-शाहजहांपुर मार्ग पर नकटिया नदी सेतु, पहुंच मार्ग एवं सुरक्षात्मक कार्यों का निर्माण कराया गया और 12 करोड़ 59 लाख रुपए की लागत से बरेली-बीसलपुर मार्ग पर नकटिया नदी सेतु, पहुंच मार्ग एवं अन्य सुरक्षात्मक कार्य कराए गए। आवागमन की सुविधाओं के सुदृृढ़ीकरण की श्रंखला में 13 करोड़ 97 लाख रुपए की लागत से बरेली के सेटेलाइट तिराहे से रजऊ परसपुर तक सड़क का सुदृढ़ीकरण कार्य किया गया। इसी प्रकार 27 करोड़ 82 लाख रुपए की लागत से नवाबगंज दलेर नगर वहर जागीर मार्ग के किलोमीटर एक से 16 तक चौड़ीकरण एवं सुद्ढ़ीकरण का कार्य कराया गया। कुल 172.83 किलोमीटर नई सड़कों का निर्माण के अलावा 1323.46 किलोमीटर राज्य मार्गों का अनुरक्षण किया गया और 2063.09 किलोमीटर सड़कों को गड्ढा मुक्त किया गया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत 82.56 किलोमीटर सड़कों का निर्माण कराया गया जबकि नगरीय विकास अभिकरण द्वारा इण्टर लाकिंग/सड़क व नाली निर्माण के 22 कार्य कराये गये तथा 14 कार्य प्रगति पर हैं जिनकी कुल लागत 293.04 लाख रूपए है। आवागमन की सुविधाओं के विस्तार के क्रम में पुलों के निर्माण का कार्य भी बरेली में तेजी से हो रहा है। करीब 50 करोड़ 19 लाख रुपए की लागत से पीलीभीत-बदायूँ-मथुरा मार्ग के संरेखण में रामगंगा नदी (चौबारी) पर दीर्घ सेतु का निर्माण कार्य जारी है और पांच करोड़ 08 लाख रुपए की लागत से राज्य मार्ग संख्या 33 में सरदार नगर नाला पर सेतु का निर्माण कराया गया है। इसी प्रकार सुन्दरासी एवं महलऊ के मध्य 971.80 लाख रूपये की लागत से लघु सेतु का निर्माण प्रगति पर है। जनपद के वृद्धजनों के जीवन की रक्षा, सुरक्षा एवं सुविधा के लिए दो करोड़ 29 लाख रुपए़ की लागत 100 वृद्धजनों की क्षमता वाले शेल्टर होम का हरुनगला में निर्माण कराया गया। इसी तरह दो करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से शहरी बेघरों हेतु नगर पालिका परिषद् आंवला में एक आश्रय गृह का निर्माण कराया गया। नगर पालिका परिषद फरीदपुर में भी शहरी बेघरों हेतु दो करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से आश्रय गृह का निर्माण कराया गया। बरेली शहर एवं बरेली कैण्ट में संयुक्त रूप से 16 करोड़ 94 लाख रुपए की लागत की गृह संयोजन एवं पाइप लाईन विस्तार पेयजल परियोजना का कार्य प्रगति पर है। इसी क्षेत्र में 355 करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से तीन सीवरेज परियोजनाओं का कार्य भी प्रगति पर है। साथ ही 8 करोड़ 61 लाख रुपए की लागत से कालीबाड़ी क्षेत्र में पाइप्ड पेयजल परियोजना का भी कार्य सम्पन्न किया गया है। इन परियोजनाओं से बरेली शहर एवं कैंट की पेयजल तथा सीवरेज की समस्याओं पर अंकुश लगेगा। जनपद बरेली में ऊर्जा के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व कार्य किए गए। इस अवधि में कुल 1504 ट्रांस्फार्मरों का प्रतिस्थापन किया गया। 1763 गांवो को विद्युतीकरण कर ऊर्जीकृत किया गया। साथ ही 12991 निजी नलकूपों को ऊर्जीकृत किया गया और सौभाग्य योजनान्तर्गत 1.4 लाख विद्युत कनेक्शन दिये गये। इसके साथ ही उजाला योजनान्तर्गत 1.99 लाख एलईडी बल्ब उपलब्ध कराये गये। पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजनान्तर्गत 10356 ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत तंत्र को विकसित कर विद्युत आपूर्ति को सुचारू बनाया गया। चुनावी प्रक्रिया की व्यवस्था के सुचारु रूप से सम्पन्न कराने हेतु दो करोड़ पांच लाख रुपए की लागत से इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन गोदाम का निर्माण कराया गया और तीन करोड़ 46 लाख रुपए की लागत से वी.वी.पैट मशीनों के संरक्षण हेतु गोदाम का निर्माण कराया गया। प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया। पूरे जनपद में लगभग 27 करोड़ 56 लाख रुपए से स्कूलों कालेजों के भवन आदि का निर्माण कराया गया। बरेली जनपद की आंवला तहसील में एक करोड़ 17 लाख की लागत से राजकीय बालिका इण्टर कालेज अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कराया गया। करीब दो करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से राजकीय इण्टर काॅलेज कचियाना, विशारतगंज का निर्माण कराया। इसी प्रकार दो करोड़ 47 लाख रुपए की लागत से राजकीय बालिका इण्टर काॅलेज पैगा की स्थापना की गई। दो करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से राजकीय इंटर कालेज, मुड़िया जागीर का निर्माण। दो करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से राजकीय बालिका इंटर काॅलेज, शेरगढ़ का निर्माण, इसी तरह दो करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से राजकीय इण्टर काॅलेज, वलीपुर, अहमदपुर का निर्माण, दो करोड़ 47 लाख रुपए की लागत से राजकीय बालिका इण्टर काॅलेज, उड़ला जागीर का निर्माण कराया गया। इसी तरह दो करोड़ 77 लाख रुपए की लागत से ग्राम उमरसिया में राजकीय इंटर काॅलेज का निर्माण कराया गया। दो करोड़ 47 लाख रुपए की लागत से राजकीय इंटर काॅलेज, तुरसा पट्टी के निर्माण के साथ ही दो करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से राजकीय इंटर काॅलेज बरौर का निर्माण कार्य कराया गया। इसके अतिरिक्त दो करोड़ 47 लाख रुपए की लागत से राजकीय इंटर काॅलेज हाफिजगंज तथा दो करोड़ 47 लाख रुपए की लागत से राजकीय बालिका इंटर काॅलेज संेथल का निर्माण कार्य कराया गया। प्रदेश सरकार तकनीकी शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए भी कृृत संकल्पित है। इसी क्रम में बरेली में 141.25 लाख की लागत से राजकीय पाॅलिटेक्निक महिला छात्रावास का निर्माण कराया गया। इसी प्रकार 15 करोड़ 42 लाख की लागत से राजकीय पाॅलिटेक्निक बहेड़ी की स्थापना हुई। एक करोड़ 32 लाख रुपए की लागत से आईटीआई फरीदपुर में छह अतिरिक्त क्लास रूम, दो आवास एवं चाहरदीवारी का निर्माण कराया गया। इसी क्रम में युवाओं को स्वरोजगार के प्रोत्साहन हेतु कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत 30503 युवाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जनपद बरेली के ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्तर पर शिक्षा के उत्थान हेतु आंपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत दिनांक 01 जनवरी, 2020 से जनपद में ’वन डे वन विलेज’ अभियान आरंभ किया गया। इसके अन्तर्गत मार्च 2020 तक जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक विद्यालयों के 6365 कमरों, बरामदों, प्रधानाचार्य कक्षों में टाइल्स लगाये गये और 457 विद्यालयों में बाउन्ड्री वाॅल एवं गेट का निर्माण हो रहा है। कुल 417 शौचालयों को डबल यूनिट टाॅयलेट का जीर्णोद्धार कर चाइल्ड फ्रेडंली बनाया गया। कुल 643 रनिंग वाटर सप्लाई एवं मल्टिपल हैंडवाश स्टेशन का निर्माण और 573 प्राथमिक विद्यालय में गेट से स्कूल के क्लास तक एप्रोच रोड का निर्माण कराया जा रहा है। इसी प्रकार उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 2281 कमरों, प्रधानाचार्य कक्ष में टाइल्स लगाये गये, 305 बाउन्ड्री वाल एवं गेट का निर्माण, 337 शौचालयों को डबल यूनिट टाॅयलेट का जीर्णोद्धार कर चाइल्ड फ्रेडंली बनाया गया तथा 337 रनिंग वाटर सप्लाई एवं मल्टीपल हैण्डवाॅश स्टेशन का निर्माण कराया गया साथ ही 461 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में गेट से स्कूल के क्लास तक एप्रोच रोड का निर्माण कराया जा रहा है। जनपद बरेली के ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं के विस्तार के लिए भी आपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत एक जनवरी 2020 से मार्च 2020 तक 246 बहुउद्देशीय पंचायत भवनों में टाइल्स लगा कर उनका जीर्णोंद्वार कराया गया और सभी 246 पंचायत भवन में पुस्तकालयों की स्थापना कर उनमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु पुस्तकों तथा प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी प्रदान करने वाली पुस्तकों तथा पत्रिकाओं को रखा गया। कुल 165 पंचायत भवनों में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्रों में टाइल्स लगवा कर रंगाई पुताई करवा कर उनका सुंदरीकरण किया गया। साथ ही 913 ग्राम पंचायतों की कच्ची गलियों में सीसी रोड का निर्माण कराया गया और 364 ग्राम पंचायतों की कच्ची गलियों में खडंजा निर्माण भी कराया गया। इन कार्यों के अलावा जनपद में अन्य विकास कार्यों में एक करोड़ 14 लाख रुपए की लागत से ग्राम जाम सावंत शुमाली में ओवर हेड वाटर टैंक का निर्माण कराया गया। तीन करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से तहसील अनावासीय भवन, फरीदपुर का निर्माण कराया गया। इसी प्रकार तीन करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से तहसील आंवला में अनावासीय भवन का निर्माण कराया गया। बरेली जनपद में बाढ़ नियंत्रण हेतु एक करोड़ 99 लाख रुपए की लागत से नवाबगंज में बाढ़ सुरक्षा परियोजना का कार्य कराया गया। प्रदेश सरकार की महात्वाकांक्षी योजना, ’एक जनपद एक उत्पाद’ के अंतर्गत 12 इकाईयों को रूपए 0.49 करोड़ से वित्त पोषण किया गया। उक्त के अतिरिक्त 180 बेरोजगारों को स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षण प्रदान कर टूल-किट वितरित कर स्वावलम्बी बनाया गया। साथ ही बरेली जनपद में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजनान्तर्गत 68 परियोजनाओं को राष्ट्रीयकृत बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों व अन्य शैडयूल्ड बैंकों के माध्यम से वित्त पोषण कराया गया। बरेली जनपद में 3.28 करोड़ रूपये की लागत से 17 शमशान भूमि का निर्माण कराया गया। इसके साथ ही बरेली के नौ विधानसभा क्षेत्रों में कुल 67 शवदाह गृहों का निर्माण कराया गया। साथ ही 38 शवदाह शेडों का निर्माण कराया गया और करीब 25 यात्री शेडों का भी निर्माण कराया गया। बरेली में ग्राम रफियाबाद, फतेहगंज पश्चिमी, तहसील मीरगंज में एक करोड़ 20 लाख रुपए की लागत से वृहद गोसंरक्षण केन्द्र का निर्माण कराया गया। बरेली में चिकित्सा सुविधाओं को और अधिक सुचारु बनाने के लिए कुल 72 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से 300 शैय्यायुक्त संयुक्त चिकित्सालय का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और जल्दी ही इसमें चिकित्सा सुविधाएं शुरु होने जा रही हैं। इसी प्रकार 138.31 लाख रूपये की लागत से हैदराबाद उर्फ खड़ौआ में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसी प्रकार 6 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से आवंला में 50 शैय्यायुक्त एमसीएच विंग का निर्माण कराया गया। कुल 6 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से बहेड़ी में 50 शैय्या युक्त एमसीएच विंग की स्थापना की गई और 6 करोड़ 84 लाख रुपए की लागत से नवाबगंज में 50 शैय्या युक्त एमसीएच विंग का निर्माण कराया गया। इसी श्रंखला में 30 लाख रुपए की लागत से सिठौरा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कराया गया और फतेहगंज पश्चिमी में एक करोड़ 38 लाख रुपए की लागत से यूनानी औषधालय का निर्माण कराया गया। चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के क्रम में आयुष्मान भारत योजना के तहत 16401 रोगियों को चिकित्सीय सहायता प्रदान की गयी। मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत 338 लोगों को लाभान्वित किया गया। साथ ही बरेली जनपद के 80 मरीजों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से एक करोड़ 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदाान की गई। इसी प्रकार जनपद में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम अन्तर्गत 23 करोड़ 16 लाख रुपए व्यय कर 57627 लोगों को लाभान्वित किया गया। जननी सुरक्षा योजना के तहत 1.14 लाख महिलाएं लाभान्वित हुईं। टीकाकरण अभियान के तहत 295241 लोग टीकाकृत किए गए। वेक्टर जनित रोगों के 84624 रोगियों का उपचार किया गया है। कृृषि क्षेत्र में भी प्रदेश सरकार ने इस अवधि में अभूतपूर्व कार्य किए और पारदर्शी किसान सेवा योजना के अन्तर्गत 68317 कृषकों को 11.804 करोड़ की अनुदान राशि वितरित की गई। सरकार के गठन के उपरांत ऋण माफी योजना में 94205 कृषकों के 504.56 करोड़ रुपए के ऋण माफ किए गए। इसके अलावा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत 3134 कृषक लाभान्वित हुये। जनपद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत 344897 कृषकों को 213.398 करोड़ की धनराशि वितरित की गयी। साथ ही 182392 गन्ना कृषकों को रू0 3234.34 करोड़ का गन्ना मूल्य भुगतान किया गया। जनपद में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद योजना के अन्तर्गत 479354.73 मी. टन धान क्रय किया गया। इसी तरह न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद योजना के अन्तर्गत 352524.23 मी. टन गेहूं क्रय किया गया। इसके अतिरिक्त अन्य योजनाओं में चार लाख 92 हजार लोगों को अटल पेंशन योजना से जोड़ा गया और 3 लाख 78 हजार लोगों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जोड़ा गया। इसके अलावा एक लाख 7 हजार लोगों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना का लाभ प्रदान किया गया। इसी तरह उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत लगभग तीन लाख 50 हजार परिवारों को लाभान्वित किया गया। शादी अनुदान योजना के अन्तर्गत 0.12 लाख लोगों को रूपए 23.04 करोड़ की धनराशि वितरित की गई। जनपद में निराश्रित महिलाओं को पेंशन स्वरूप रू0 10.03 करोड़ वितरित किए गए। जनपद के 60 वर्ष से अधिक आयु के 0.68 लाख वृद्धजनों को पेंशन स्वरूप रू0 24.88 करोड़ वितरित किए गए और 0.26 लाख दिव्यांगजनों को पेंशन स्वरूप रूपए 43.13 करोड़ वितरित किये। प्रदेश सरकार की एक अन्य महत्वपूर्ण योजना सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत बरेली के 1856 जोड़े लाभान्वित किए गए और मुख्यमंत्री की एक अन्य महात्वाकांक्षी योजना कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत बरेली के 3073 पात्रों को लाभान्वित किया गया।।
बरेली ब्यूरो :- कपिल यादव