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राजनीती

भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत में भोपाल में उमड़ा जनसैलाब

Bureau report

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भोपाल. भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार भोपाल पहुंचे। यहां पहुंचकर सिंधिया ने शहर में रोड शो किया। शाम 5 बजे एयरपोर्ट से शुरू हुआ 20 किलोमीटर लंबा रोड शो 6.30 बजे भाजपा कार्यालय पहुंचा। यहां उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय, कुशाभाऊ ठाकरे, राजमाता सिंधिया और माधवराव सिंधिया की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया। यहां सिंधिया ने कहा- आज मेरे लिए बहुत भावुक पल है। मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूं कि नड्डा साहब, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी, गृहमंत्री अमित शाह के आशीर्वाद से इस परिवार के द्वार मेरे लिए खोले गए। जिस संगठन में, जिस परिवार में मैंने 20 साल बिताए, मेहनत-लगन-संकल्प और खून-पसीने की बूंद बहाई, उसे छोड़कर मैं खुद को आपको समर्पित कर रहा हूं।

भाजपा कार्यालय में सिंधिया बोले- दो तरीके के लोग हैं इस देश में। कइयों का मकसद राजनीति होता है और कइयों का मकसद जनसेवा होता है। मैं गर्व से कह सकता हूं कि अटलजी रहे हों या नरेंद्र मोदीजी हों, चाहे सिंधिया परिवार की सदस्य मेरी दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया रही हों, मेरे पूज्य पिताजी हों या मैं फिर मैं… हमारा लक्ष्य जनसेवा है और राजनीति उसका माध्यम है।

सिंधिया बोले- हमारे लिए कुर्सी और पद महत्वपूर्ण नहीं

सिंधिया ने कहा- हमारे लिए कुर्सी और पद महत्वपूर्ण नहीं होना चाहिए। केवल सम्मान और पहचान के साथ मैं आपके हृदय में स्थान पा सकूंगा तो अपने जीवन को सफल मानूंगा। आज शिवराज सिंह जी ने बहुत कुछ कहा। मौजूदा सरकार के बारे में और इतनी रंगीन शैली में कहा कि उसका मुकाबला ज्योतिरादित्य सिंधिया शायद ही कर पाए। दिसंबर 2018 में मुकाबला हुआ था, लेकिन आज हम एक साथ हैं। दल अलग हो सकते हैं, राजनीतिक रंग अलग हो सकते हैं, मतभेद हो सकते हैं, लेकिन पक्ष और विपक्ष के बीच कभी मनभेद नहीं होना चाहिए। विपक्ष में बैठकर भी शिवराज सिंह जैसा समर्पित और जनता के प्रति सबकुछ न्योछावर करने वाला कार्यकर्ता इस देश और प्रदेश में बिरला ही होगा।

आपके दिल में जगह बनाना मेरा लक्ष्य: सिंधिया

अपने परिवार के सियासी सफर पर सिंधिया ने कहा, “जिस दल को पसीने और पूंजी के साथ मेरी दादी ने स्थापित किया। 36 साल की उम्र में पहली बार जनसेवा का लक्ष्य बनाकर मेरे पिताजी चले, आज उसी दिल में ज्योतिरादित्य सिंधिया ये अपना दिल लेकर आया है। कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि आपके दिल में स्थान पाना ज्योतिरादित्य के जीवन का लक्ष्य होगा। विश्वास दिलाना चाहता हूं कि जहां आपका एक बूंद पसीना टपकेगा, वहां 100 बूंद पसीना टपकाऊंगा और अगर खून की जरूरत होगी तो वह भी बहाऊंगा।”

भाजपा कार्यालय में शिवराज ने किया स्वागत

भाजपा कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंधिया का स्वागत किया। वे भाजपा कार्यालय में ही कार्यकर्ताओं को संबोधित कर सकते हैं। इसके बाद वे ग्वालियर-चंबल संभाग से आए अपने समर्थकों से मुलाकात करेंगे। रोड शो के दौरान जिला कांग्रेस कार्यालय के दफ्तर के पास कांग्रेसियों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की।

रोड शो में सिंधिया का जोरदार स्वागत हुआ

सिंधिया शाम को करीब 4.45 बजे भोपाल पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर बड़ी तादाद में भाजपा कार्यकर्ता और समर्थकों ने उनका स्वागत किया। समर्थक अपने साथ ज्योतिरादित्य और उनके पिता माधवराव सिंधिया के पोस्टर भी लाए। रोड शो में कार्यकर्ताओं की भीड़ देखकर सिंधिया काफी खुश नजर आए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- लोगों का स्नेह मेरी पूंजी है।

भोपाल पहुंचते ही सिंधिया के खिलाफ शिकायत दर्ज

भाजपा में शामिल होने के बाद सिंधिया के पहले भोपाल दौरे के वक्त ही कमलनाथ सरकार ने उन पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। जमीन से जुड़े दो मामलों में उनके खिलाफ गुरुवार को आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) में शिकायत दर्ज कराई गई। सिंधिया के मीडिया अधिकारी का कहना है कि इन दोनों ही मामलों में सबूतों के अभाव में खात्मा लगाया जा चुका है, फिर भी बदले की भावना से सरकार ये केस दोबारा खुलवा रही है। मध्यप्रदेश सरकार ने बुधवार को सिंधिया के प्रभाव वाले जिलों के कलेक्टरों को भी हटा दिया गया था।

राहुल का ज्योतिरादित्य पर तंज

इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सिंधिया पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि सिंधिया अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर डरे हुए थे और वे इसीलिए विचारधारा को जेब में रखकर आरएसएस के साथ चले गए। राहुल ने कहा, ”यह विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ कांग्रेस की विचारधारा है और दूसरी तरफ आरएसएस-भाजपा की विचारधारा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की विचारधारा मुझे पता है, लेकिन वे सियासी भविष्य को लेकर डरे हुए थे। वे मेरे मित्र हैं और मैं उनकी विचारधारा को जानता हूं। उन्होंने इसे अपनी जेब में रख लिया और आरएसएस के साथ चले गए। लेकिन, सच्चाई यह है कि वहां पर उन्हें न इज्जत मिलेगी, न ही उन्हें संतुष्टि मिलेगी। मेरी उनसे पुरानी दोस्ती है। सिंधिया जी के दिल में जो है, वो जुबान पर नहीं है

सिंधिया शो / ज्योतिरादित्य बोले- प्रदेश में दो ही नेता कार में एसी नहीं चलाते, एक शिवराज-दूसरा मैं; हम एक और एक दो नहीं, ग्यारह हैं

भोपाल में भाजपा कार्यालय में ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान।

एयरपोर्ट पर सिंधिया का स्वागत करते भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक।
सिंधिया एयरपोर्ट से रोड शो करते हुए भाजपा कार्यालय के लिए रवाना हुए।
सिंधिया एयरपोर्ट से रोड शो करते हुए भाजपा कार्यालय के लिए रवाना हुए।
एयरपोर्ट पर मध्यप्रदेश भाजपा के कई नेता सिंधिया के साथ नजर आए।
एयरपोर्ट पर मध्यप्रदेश भाजपा के कई नेता सिंधिया के साथ नजर आए।
भोपाल में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा और नेता प्रतिपक्ष गोपाल ने सिंधिया की अगवानी की।
भोपाल में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा और नेता प्रतिपक्ष गोपाल ने सिंधिया की अगवानी की।

सिंधिया ने एयरपोर्ट से भाजपा कार्यालय तक 20 किलोमीटर का रोड शो किया, वहां शिवराज ने स्वागत किया
ज्योतिरादित्य के भाजपा में शामिल होने पर राहुल ने कहा- उन्हें भाजपा में न इज्जत मिलेगी और न ही संतुष्टि
सिंधिया के भोपाल पहुंचने के साथ ही दो मामलों में उनके खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई गई

भोपाल. भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार भोपाल पहुंचे। यहां पहुंचकर सिंधिया ने शहर में रोड शो किया। शाम 5 बजे एयरपोर्ट से शुरू हुआ 20 किलोमीटर लंबा रोड शो 6.30 बजे भाजपा कार्यालय पहुंचा। यहां उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय, कुशाभाऊ ठाकरे, राजमाता सिंधिया और माधवराव सिंधिया की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया। यहां सिंधिया ने कहा- आज मेरे लिए बहुत भावुक पल है। मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूं कि नड्डा साहब, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी, गृहमंत्री अमित शाह के आशीर्वाद से इस परिवार के द्वार मेरे लिए खोले गए। जिस संगठन में, जिस परिवार में मैंने 20 साल बिताए, मेहनत-लगन-संकल्प और खून-पसीने की बूंद बहाई, उसे छोड़कर मैं खुद को आपको समर्पित कर रहा हूं।

भाजपा कार्यालय में सिंधिया बोले- दो तरीके के लोग हैं इस देश में। कइयों का मकसद राजनीति होता है और कइयों का मकसद जनसेवा होता है। मैं गर्व से कह सकता हूं कि अटलजी रहे हों या नरेंद्र मोदीजी हों, चाहे सिंधिया परिवार की सदस्य मेरी दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया रही हों, मेरे पूज्य पिताजी हों या मैं फिर मैं… हमारा लक्ष्य जनसेवा है और राजनीति उसका माध्यम है।

सिंधिया बोले- हमारे लिए कुर्सी और पद महत्वपूर्ण नहीं

सिंधिया ने कहा- हमारे लिए कुर्सी और पद महत्वपूर्ण नहीं होना चाहिए। केवल सम्मान और पहचान के साथ मैं आपके हृदय में स्थान पा सकूंगा तो अपने जीवन को सफल मानूंगा। आज शिवराज सिंह जी ने बहुत कुछ कहा। मौजूदा सरकार के बारे में और इतनी रंगीन शैली में कहा कि उसका मुकाबला ज्योतिरादित्य सिंधिया शायद ही कर पाए। दिसंबर 2018 में मुकाबला हुआ था, लेकिन आज हम एक साथ हैं। दल अलग हो सकते हैं, राजनीतिक रंग अलग हो सकते हैं, मतभेद हो सकते हैं, लेकिन पक्ष और विपक्ष के बीच कभी मनभेद नहीं होना चाहिए। विपक्ष में बैठकर भी शिवराज सिंह जैसा समर्पित और जनता के प्रति सबकुछ न्योछावर करने वाला कार्यकर्ता इस देश और प्रदेश में बिरला ही होगा।

आपके दिल में जगह बनाना मेरा लक्ष्य: सिंधिया

अपने परिवार के सियासी सफर पर सिंधिया ने कहा, “जिस दल को पसीने और पूंजी के साथ मेरी दादी ने स्थापित किया। 36 साल की उम्र में पहली बार जनसेवा का लक्ष्य बनाकर मेरे पिताजी चले, आज उसी दिल में ज्योतिरादित्य सिंधिया ये अपना दिल लेकर आया है। कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि आपके दिल में स्थान पाना ज्योतिरादित्य के जीवन का लक्ष्य होगा। विश्वास दिलाना चाहता हूं कि जहां आपका एक बूंद पसीना टपकेगा, वहां 100 बूंद पसीना टपकाऊंगा और अगर खून की जरूरत होगी तो वह भी बहाऊंगा।”

भाजपा कार्यालय में शिवराज ने किया स्वागत

भाजपा कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंधिया का स्वागत किया। वे भाजपा कार्यालय में ही कार्यकर्ताओं को संबोधित कर सकते हैं। इसके बाद वे ग्वालियर-चंबल संभाग से आए अपने समर्थकों से मुलाकात करेंगे। रोड शो के दौरान जिला कांग्रेस कार्यालय के दफ्तर के पास कांग्रेसियों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की।

रोड शो में सिंधिया का जोरदार स्वागत हुआ

सिंधिया शाम को करीब 4.45 बजे भोपाल पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर बड़ी तादाद में भाजपा कार्यकर्ता और समर्थकों ने उनका स्वागत किया। समर्थक अपने साथ ज्योतिरादित्य और उनके पिता माधवराव सिंधिया के पोस्टर भी लाए। रोड शो में कार्यकर्ताओं की भीड़ देखकर सिंधिया काफी खुश नजर आए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- लोगों का स्नेह मेरी पूंजी है।

भोपाल पहुंचते ही सिंधिया के खिलाफ शिकायत दर्ज

भाजपा में शामिल होने के बाद सिंधिया के पहले भोपाल दौरे के वक्त ही कमलनाथ सरकार ने उन पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। जमीन से जुड़े दो मामलों में उनके खिलाफ गुरुवार को आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) में शिकायत दर्ज कराई गई। सिंधिया के मीडिया अधिकारी का कहना है कि इन दोनों ही मामलों में सबूतों के अभाव में खात्मा लगाया जा चुका है, फिर भी बदले की भावना से सरकार ये केस दोबारा खुलवा रही है। मध्यप्रदेश सरकार ने बुधवार को सिंधिया के प्रभाव वाले जिलों के कलेक्टरों को भी हटा दिया गया था।

राहुल का ज्योतिरादित्य पर तंज

इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सिंधिया पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि सिंधिया अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर डरे हुए थे और वे इसीलिए विचारधारा को जेब में रखकर आरएसएस के साथ चले गए। राहुल ने कहा, ”यह विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ कांग्रेस की विचारधारा है और दूसरी तरफ आरएसएस-भाजपा की विचारधारा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की विचारधारा मुझे पता है, लेकिन वे सियासी भविष्य को लेकर डरे हुए थे। वे मेरे मित्र हैं और मैं उनकी विचारधारा को जानता हूं। उन्होंने इसे अपनी जेब में रख लिया और आरएसएस के साथ चले गए। लेकिन, सच्चाई यह है कि वहां पर उन्हें न इज्जत मिलेगी, न ही उन्हें संतुष्टि मिलेगी। मेरी उनसे पुरानी दोस्ती है। सिंधिया जी के दिल में जो है, वो जुबान पर नहीं है।”

कांग्रेसियों ने सिंधिया के विरोध में नारे लगाए, पोस्टर भी फाड़ा

रोड शो के दौरान रोशनपुरा चौराहे पर जवाहर भवन के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिंधिया के विरोध में नारेबाजी की। जवाहर भवन में जिला कांग्रेस का कार्यालय है। बाद में पुलिस ने नारेबाजी करने और काले झंडे दिखाने की कोशिश करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। इससे पहले, गुरुवार सुबह सीएम हाउस के पास पॉलिटेक्निक चौराहे पर सिंधिया के स्वागत में लगे पोस्टरों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काला रंग डाल दिया और उन्हें फाड़ भी दिया। बताया जा रहा है कि सिंधिया का यह पोस्टर मुख्यमंत्री कमलनाथ के पोस्टर के ऊपर लगाया गया था।

भाजपा कार्यालय में लगाया गया माधवराव का फोटो

भाजपा कार्यालय में राजमाता विजियाराजे सिंधिया की प्रतिमा के पास ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया का फोटो माल्यापर्ण के लिए रखा गया। इसी स्थान पर कुशाभाऊ ठाकरे और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा लगी हुई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भोपाल में भाजपा कार्यालय पहुंचने के बाद सबसे पहले इन प्रतिमाओं और फोटो पर माल्यापर्ण किया।

शुक्रवार को राज्यसभा के लिए नामांकन करेंगे ज्योतिरादित्य

सिंधिया 13 मार्च को दोपहर 12 बजे भाजपा कार्यालय आएंगे। यहां महापुरुषों के चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने विधानसभा परिसर जाएंगे। नामांकन दाखिल करने के बाद यहां से उनका दिल्ली जाने का कार्यक्रम है।

दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया: भगवान उन्हें सलामत रखे

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया- भगवान से प्रार्थना करता हूं कि सिंधिया को भाजपा में सुरक्षित रखें। वहीं, राज्य के पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा- सिंधिया का स्वागत याद रखा जाएगा। कमलनाथ सरकार सरकार अल्पमत में है, उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। सदन में विश्वास प्रस्ताव का सवाल ही नहीं उठता। हम सरकार बनाएंगे और अपने घोषणापत्र के अनुसार अपने काम करेंगे

ब्यूरो रिपोर्ट

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