सरकारी कब्रिस्तान की ज़मीन पर कब्ज़े की कोशिश, एसपी सिटी करेंगे जांच

बरेली। सीबीगंज थाना क्षेत्र के सरनिया गांव में सरकारी कब्रिस्तान की ज़मीन को कथित तौर पर फर्जी दस्तावेज़ों के माध्यम से वक्फ संपत्ति में तब्दील कर कब्जा करने का मामला सामने आया है। इस गंभीर प्रकरण की जांच अब एसपी सिटी मानुष पारीक को सौंपी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने निर्देश दिए हैं कि पूरे मामले की निष्पक्षता से गहराई में जांच की जाए और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई हो।
फर्जी ट्रस्ट बनाकर ज़मीन हड़पने का आरोप
शिकायतकर्ता श्रीनिवारी पुत्लन शाह ने आरोप लगाया है कि गांव की लगभग एक एकड़ सरकारी ज़मीन, जो राजस्व रिकॉर्ड में कब्रिस्तान के रूप में दर्ज है, उसे कुछ लोगों ने फर्जी दस्तावेजों की मदद से वक्फ संपत्ति नंबर 2214 के नाम पर दर्ज करवा लिया। आरोपियों पर आरोप है कि उन्होंने एक नकली ट्रस्ट बनाकर खुद को उसका अध्यक्ष घोषित किया और अपने परिवार के सदस्यों को ट्रस्टी नियुक्त कर लिया।
एसपी सिटी करेंगे तह तक जांच
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच का जिम्मा एसपी सिटी मानुष पारीक को सौंपा गया है। वह अब यह पता लगाएंगे कि फर्जी दस्तावेज कैसे तैयार हुए, ट्रस्ट का गठन कैसे हुआ और किस स्तर पर साजिश रची गई। एसपी सिटी ने साफ किया है कि जांच निष्पक्ष होगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इन लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर
पुलिस को सौंपी गई शिकायत में जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है, उनमें सब्जे अली, जकीरा, फरहानाज, शना जाफरी, राहीला जाफरी, मनीष कुमार, आसिफ अली, अहमद अली, मकसूद और जैब के नाम शामिल हैं।
अधिकारियों की नजर में मामला बेहद गंभीर
पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह केवल ज़मीन कब्जे का मामला नहीं, बल्कि एक सुनियोजित षड्यंत्र हो सकता है जिसमें सरकारी ज़मीन को निजी स्वार्थ के लिए हड़पने की कोशिश की गई है। जांच के दौरान वक्फ बोर्ड के रिकॉर्ड और राजस्व अभिलेखों की भी बारीकी से जांच की जाएगी।