ऑपरेशन सिन्दूर: शौर्य, संकल्प और सफलता की अनमोल गाथा – राष्ट्रपति ने सेनाओं को दी बधाई

नई दिल्ली। भारतीय सेनाओं ने एक बार फिर ऐसा पराक्रम दिखाया है, जो इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया जाएगा। हाल ही में सम्पन्न हुआ “ऑपरेशन सिन्दूर” न केवल रणनीतिक दृष्टिकोण से सफल रहा, बल्कि इसने भारत की सैन्य ताकत और राष्ट्रीय संकल्प को वैश्विक मंच पर मजबूती से स्थापित कर दिया। इस अभियान की शानदार सफलता के बाद, राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आज राष्ट्रपति भवन में तीनों सेनाओं के प्रमुखों और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) से विशेष मुलाकात की।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के अदम्य साहस, संयम और समर्पण की सराहना करते हुए कहा:
“ऑपरेशन सिन्दूर ने साबित कर दिया है कि भारतीय सेनाएं केवल सीमाओं की रक्षा नहीं करतीं, बल्कि राष्ट्र के आत्मसम्मान की जीवंत प्रतीक हैं।”
भेंट में उपस्थित प्रमुख अधिकारी:
CDS जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी,नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी,वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी
इन अधिकारियों ने राष्ट्रपति को ऑपरेशन की विस्तृत कार्ययोजना, रणनीतिक निर्णयों, जमीनी कार्रवाई और तीनों सेनाओं के आपसी समन्वय से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं। उन्होंने बताया कि किस तरह सीमित संसाधनों और कठिन परिस्थितियों में भी मिशन को बिना किसी त्रुटि के अंजाम दिया गया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने इस मिशन में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा:
“उनका बलिदान भारत के दिल की धड़कन बन चुका है – ऐसा बलिदान जो युगों तक याद रखा जाएगा।”