दिल्ली से लौटे युवक ने गांव में की आत्महत्या, बहन-पत्नी के जेवर छुड़ाने के बाद फंदे पर झूला; रहस्यमयी स्थान पर दो साल में तीसरी मौत

बरेली (आंवला)। दिल्ली से हाल ही में लौटे युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या से गांव में सनसनी फैल गई। बुधवार शाम से लापता चल रहे 27 वर्षीय मनोज कुमार का शव गुरुवार सुबह गांव के बाहर शीशम के पेड़ से लटकता मिला। मृतक ने कुछ दिन पहले ही 95 हजार रुपये देकर अपनी बहन और पत्नी के जेवर छुड़ाए थे।
परिवार और ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, मनोज कुमार कटका भरत गांव निवासी था और मजदूरी के सिलसिले में दिल्ली में काम करता था। वह करीब सात दिन पहले ही गांव लौटा था। लौटने के बाद उसने बल्लिया स्थित एक सर्राफ के पास रखे अपनी पत्नी और बहन के जेवर 95 हजार रुपये अदा कर छुड़ाए थे।
बुधवार शाम वह अपनी बाइक लेकर निकला, लेकिन देर रात तक जब वापस नहीं लौटा और फोन भी स्विच ऑफ मिला, तो परिजनों ने तलाश शुरू की और पुलिस को सूचना दी। रातभर खोजबीन के बाद गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने गांव के बाहर एक शीशम के पेड़ पर उसका शव लटका देखा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
परिवार में मातम, कारण पर सस्पेंस
मनोज की मौत से पूरे परिवार में कोहराम मच गया है। उसके पिता केवलराम ने कहा कि बेटे ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। न ही उसने किसी तरह की परेशानी परिवार के साथ साझा की थी।
रहस्यमयी जगह, दो साल में तीन आत्महत्याएं
गौर करने वाली बात यह है कि जिस स्थान पर मनोज का शव मिला, वह गांव के बाहर पुराने कुएं के पास स्थित एक पेड़ों का झुंड है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो वर्षों में इसी जगह दो और लोगों ने आत्महत्या की थी। ऐसे में यह स्थान रहस्यमय और भयावह बनता जा रहा है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। फिलहाल परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है।






