प्रसव के बदले अवैध धन उगाही की आरोपी एएन एम पर मेहरबानी । रिछा ब्लॉक की आरोपी एएनएम को नहीं हटाया गया ब्लॉक से।

देवरनियां । प्रसव के बदले अवैध धन उगाही के मामले में आरोपी एएनएम पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब आरोपी एएनएम का अवैध धन उगाही का दूसरा वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अब स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजिमी हो गए हैं।
दस दिन पूर्व ब्लॉक दमखोदा (रिछा) की सीएचसी रिछा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ( पीएचसी ) मुंडिया नबीबख्श पर तैनात एएनेम पूनम द्वारा प्रसव के बाद प्रसुता को छुट्टी देने के नाम पर अवैध धन उगाही करने का वायरल हुए वीडियो के बाद आरोपी एएनएम का पूर्व का एक और वीडियो वायरल हुआ है। अफसरों की मेहरबानी के चलते उसपर पर कार्रवाई होना तो दूर, ब्लॉक से हटाया तक नहीं गया है। प्रसव के बदले अवैध धन उगाही के एक के बाद एक वीडियो वायरल होने से जहां महकमा- ए- सेहत की सेहत पर खासा असर पडा है, वहीं सरकार की निशुल्क और सुरक्षित जननी प्रसव को पलीता लग रहा है।
सीएय रिछा के अंर्तगत आने वाली पीएचसी मुंडिया नबी बख्श में तैनात एएनएम पूनम का पन्द्रह मई को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पीएचसी पर चल रहे डिल पाइंट पर नियम- विरुध तरह से तैनात एएनएम पूनम एक प्रसुता को छुट्टी देने के एवज में अवैध धन उगाही की डिमांड कर रही है। हालांकि वायरल वीडियो औत मीडिया में मामला उजागर होने के बाद आरोपी एएनएम को डिलीवरी पाइंट से हटाकर फिल्ड में टीकाकरण पर भेज दिया गया है। सीएचसी रिछा के इंचार्ज डॉ० शशांक यादव के अनुसार आरोपी एएनएम से स्पष्टीकरण तलब कर जबाव मांगा गया है।
अब फिर उक्त आरोपी एएनएम का प्रसव के बदले अवैध धन उगाही का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो उक्त एएनएम का रिछा सीएचसी डिलीवरी पाइंट का दो वर्ष पूर्व का बताया जा रहा है। तब भी मामले को दबा दिया गया था। महकमे के अफसरों की आरोपी एएनएम पर मेहरबानी इसी से उजागर होती है, कि आरोपी
इस संबंध में सीएमओ डॉ० विश्राम सिंह से बात करना चाही, मगर उनका फोन नहीं उठा, उनके नम्बर पर संदेश भी भेजा गया,मगर उसका भी कोई जबाव नहीं आया। अलबत्ता सीएचसी इंचार्ज का जरुर जवाब मिला, जिसमें उन्होंने बताया कि आरोपी एएनएम से स्पष्टीकरण मांगा गया है, उच्च अधिकारियों को आगे की कार्रवाई के लिए सूचित कर दिया गया है।
फोटो— रिछा सीएचसी, और आरोपी एएनएम का धन लेते हुए।
” दूसरा वायरल पूर्व का होगा,जिसके संबंध में जानकारी नहीं है, दस दिन पूर्व वायरल हुए वीडियो के मामले में आरोपी एएनएम से स्पष्टीकरण मांगा गया है, और डिलीवरी पाइंट से हटाकर उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई उच्च अधिकारी ही करेगें।






