बरेली में पुलिस का बड़ा ऑपरेशन – घनी बस्तियों से लेकर ढाबों तक खंगाले ठिकाने
66 जगह छापेमारी, 469 संदिग्धों से पूछताछ, 36 की नागरिकता संदिग्ध — रोहिंग्या-बांग्लादेशी कनेक्शन तलाश रही पुलिस

बरेली। बरेली पुलिस ने जिलेभर में अवैध घुसपैठियों और संदिग्ध निवासियों की तलाश में बड़ा अभियान चलाया। 66 स्थानों पर एकसाथ दबिश देकर 469 लोगों से पूछताछ की गई। इनमे से 36 ऐसे लोग सामने आए, जिनकी नागरिकता या वैध दस्तावेज की पुष्टि नहीं हो सकी है।
हालांकि शुरुआती जांच में कोई भी रोहिंग्या या बांग्लादेशी नागरिक सामने नहीं आया, लेकिन पुलिस किसी भी संभावना को खारिज नहीं कर रही। सभी संदिग्धों को खुफिया निगरानी में रखा गया है और LIU के माध्यम से जांच जारी है।
कहां-कहां चला तलाशी अभियान?
रेलवे स्टेशन से लेकर स्लम तक – कोई इलाका नहीं छोड़ा गया
रेलवे स्टेशन, होटल, निर्माणाधीन भवन, झुग्गी-झोपड़ी, रोड किनारे खोखे-ढाबे और घनी आबादी वाली बस्तियों को चिह्नित कर चेकिंग की गई।
शेरगढ़ थाना क्षेत्र – 44 लोगों से पूछताछ, 14 की पहचान संदिग्ध
बारादरी – 22 की जांच, 5 की नागरिकता स्पष्ट नहीं
कैंट – 18 से पूछताछ, 2 की स्थिति संदिग्ध
फतेहगंज पूर्वी – 28 से पूछताछ, 3 पर संदेह
भमोरा, भोजीपुरा, आंवला, देवरनिया, बहेड़ी समेत अन्य जगहों पर भी अभियान चला
बिंदु संख्या
छापेमारी स्थल 66
पूछताछ किए गए लोग 469
पहचान नहीं हो सकी 36
रोहिंग्या/बांग्लादेशी पुष्टि नहीं हुई
संदेह का घेरे में कौन?
पुलिस के मुताबिक, 36 लोगों के पास वैध नागरिकता प्रमाण या पहचानपत्र नहीं पाए गए। इनकी जानकारी अब स्थानीय खुफिया इकाई (LIU), प्रवासन विभाग व अन्य केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से सत्यापित की जा रही है।
पुलिस का सख्त संदेश – बगैर पहचान अब बख्शा नहीं जाएगा
एसएसपी अनुराग आर्य के नेतृत्व में चला ये ऑपरेशन बताता है कि पुलिस अब “पहचान छुपाकर रहने वालों” पर ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपना रही है। बगैर वैध दस्तावेजों के कोई भी व्यक्ति अब जिले में सुरक्षित नहीं रहेगा।”जिनकी पहचान स्पष्ट नहीं, उन पर नजर रखी जा रही है। सत्यापन के बाद ज़रूरी वैधानिक कार्रवाई होगी।” — बरेली पुलिस






