सुरों की शाम में याद आए किशोर दा, अतुल वर्मा को मिला तीसरा स्मृति सम्मान

बरेली। अमर गायक किशोर कुमार की 38वीं पुण्यतिथि पर मानव सेवा क्लब की ओर से आयोजित गीत-संगीत संध्या में सुरों की गूंज देर तक छाई रही। रामपुर बाग कॉलोनी के सभागार में हुए कार्यक्रम का शुभारंभ रीता सक्सेना ने मां शारदे की वंदना से किया।
कार्यक्रम में किशोर दा को उन्हीं के अमर गीतों से श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर प्रतिभाशाली गायक डा. अतुल वर्मा को “तृतीय किशोर कुमार स्मृति संगीत सम्मान” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान मुख्य अतिथि प्रो. अजय शर्मा (पूर्व प्राचार्य, बरेली कॉलेज), क्लब अध्यक्ष सुरेन्द्र ‘बीनू’ सिन्हा, महासचिव प्रदीप माधवार और मधु वर्मा ने संयुक्त रूप से प्रदान किया।
महफिल में सुरों का जादू बिखेरते हुए सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने ‘तेरी भीगी-भीगी सी आंखों में’ गीत प्रस्तुत किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। डा. अतुल वर्मा का ‘यह शाम मस्तानी मदहोश किए जाए’ और मधु वर्मा का ‘खिलते हैं गुल यहां’ गीत गूंज उठा।
प्रकाश चंद्र सक्सेना के ‘चला जाता हूं किसी की धुन में’ ने माहौल में रुमानियत घोल दी। जितेंद्र सक्सेना ने ‘छूकर मेरे मन को किया तूने जो इशारा’, रश्मि सक्सेना ने ‘छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं’ और अजय चौहान ने ‘चांदनी रात में पहले भी देखा है’ गीत प्रस्तुत कर समां बांध दिया।
सत्येन्द्र सक्सेना की प्रस्तुति ‘आपकी आंखों में कुछ महके हुए से राज हैं’ पर देर तक तालियां बजीं। गायिका शकुन सक्सेना ने ‘तू है तो दुनिया कितनी हसीं है’ से वातावरण को भावुक कर दिया। वहीं सुधीर मोहन ने ‘हमें जीने की चाहत न होती’, कमल भाटिया ने ‘ओ मेरी शर्मीली’ और असित रंजन ने अपनी शानदार प्रस्तुति से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
क्लब अध्यक्ष सुरेन्द्र ‘बीनू’ सिन्हा ने कहा कि हर वर्ष किशोर दा की पुण्यतिथि पर उन्हीं के गीतों के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। कार्यक्रम में सरला चौधरी, निम्मी शर्मा, अनिला रंजन सहित अनेक लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सुरेन्द्र ‘बीनू’ सिन्हा ने किया और अंत में महासचिव प्रदीप माधवार ने सभी का आभार व्यक्त किया।