बरेली बवाल के मास्टरमाइंड तौकीर रजा की 14 दिन और जेल, फतेहगढ़ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कोर्ट में पेश

बरेली। बरेली बवाल के मुख्य आरोपी मौलाना तौकीर रजा की मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई। फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से लगभग 110 किलोमीटर दूर से वर्चुअल तौर पर जुड़े मौलाना ने अदालत में हाजिरी दी। कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ाते हुए अगली पेशी की तारीख 28 अक्टूबर तय कर दी है।
सुरक्षा कारणों से बरेली नहीं लाया जाएगा मौलाना
फतेहगढ़ सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि मौजूदा सुरक्षा हालात को देखते हुए मौलाना की पेशी फिलहाल सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही कराई जाएगी।
उन्होंने कहा“फतेहगढ़ से बरेली लाना सुरक्षा के लिहाज से जोखिम भरा है। केवल विशेष परिस्थितियों में ही उन्हें कोर्ट में शारीरिक रूप से पेश किया जाएगा।”
करीबी साथियों की कोर्ट में पेशी, रिमांड की तैयारी
उधर, तौकीर रजा के करीबी नदीम, डॉ. नफीस, नफीस का बेटा और अनीस सकलैनी को मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मौलाना की कस्टडी रिमांड की मांग की जा सकती है ताकि बरेली बवाल की साजिश से जुड़ी कड़ियों को जोड़ा जा सके।
अब तक 105 गिरफ्तारियां, साजिश की कड़ियों में जुटी पुलिस
बरेली पुलिस अब तक 105 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जिनमें इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के 10 से अधिक पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हैं। जांच टीमें यह पता लगाने में जुटी हैं कि दंगे की फंडिंग कहां से हुई और किन संगठनों या नेताओं से संपर्क साधा गया था।
मौलाना के खिलाफ 20 पुराने, 7 नए मुकदमे
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ 1982 से अब तक 20 मुकदमे दर्ज हैं। 26 सितंबर के बवाल के बाद बरेली के पांच थानों में 7 नए केस दर्ज किए गए हैं। अब तक कुल 12 मुकदमों में मौलाना नामजद हैं, जबकि तीन और मामलों में उनका नाम जोड़ने की तैयारी चल रही है।
₹250 करोड़ की संपत्ति सील या ध्वस्त
मौलाना की गिरफ्तारी के बाद प्रशासन ने ₹250 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई की है। इनमें तौकीर रजा के करीबी और IMC के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. नफीस अहमद का ₹5 करोड़ का बारातघर और सपा पार्षद ओमान रजा का अवैध चार्जिंग स्टेशन शामिल है, जिसे बुलडोज़र चलाकर गिरा दिया गया।
बरेली में अलर्ट, खुफिया टीमों की सख्त निगरानी
बरेली पुलिस और खुफिया विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। पुलिस लाइन से लेकर पुराने शहर तक सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं।
एसएसपी, एसपी सिटी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं ताकि किसी भी अफवाह या उपद्रव को समय रहते रोका जा सके।
रिमांड पर खुल सकते हैं कई राज
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रिमांड मिलने पर तौकीर रजा से पूछताछ में दंगे की साजिश, फंडिंग और सहयोगियों की भूमिका को लेकर कई अहम खुलासे हो सकते हैं। विशेष जांच टीम अब पूरे नेटवर्क की परतें खोलने में जुटी हुई है।