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सिरौली में रिश्वत के बाद धमकी का खेल! दरोगा पर ₹20,000 लेने और पीड़ित को डराने का आरोप

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बरेली। सिरौली थाना क्षेत्र में एक उपनिरीक्षक पर रिश्वत लेने और उसके बाद पीड़ित को धमकाने के गंभीर आरोप लगे हैं। मामला तब सुर्खियों में आया जब रिश्वत से जुड़े ट्रांजेक्शन के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए दो ट्रांजेक्शन

पीड़ित अभिनाश मौर्या, निवासी सिरौली ने सोशल मीडिया पर दो ट्रांजेक्शन के स्क्रीनशॉट साझा किए, जिनमें ₹10,000-₹10,000 की दो सफल ऑनलाइन भुगतान प्रविष्टियां दिखाई दीं। पीड़ित का दावा है कि यह भुगतान उपनिरीक्षक रामकुमार लहरी को रिश्वत के तौर पर किए गए थे। वायरल होने के बाद दरोगा का रवैया और आक्रामक हो गया पीड़ित के अनुसार, आरोपी उपनिरीक्षक अब उसे थाने और सार्वजनिक स्थानों पर धमकाने लगे हैं।

“शिकायत वापस लो, नहीं तो जेल भेज दूंगा”  पीड़ित का आरोप

अभिनाश मौर्या ने बताया कि मई 2024 में अपने मकान निर्माण के दौरान उपनिरीक्षक ने उससे ₹20,000 की रिश्वत की मांग की थी।

उन्होंने कहा,“रकम देने के बाद भी दरोगा लगातार धमकाता रहा। जब मैंने मामले की शिकायत की, तो बोला, अगर शिकायत वापस नहीं ली, तो तुम्हें किसी झूठे मुकदमे में फंसा दूंगा।”पीड़ित का कहना है कि वह लगातार डर और तनाव में है।

 मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज कराई शिकायत

पीड़ित ने पूरी घटना की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी दर्ज कराई है। उसका आरोप है कि थाना स्तर पर आरोपी दरोगा को बचाने का प्रयास किया जा रहा है और स्थानीय पुलिस उस पर दबाव बना रही है कि शिकायत वापस ले ले।

स्थानीय लोगों की राय

स्थानीय निवासियों ने कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस की निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है, ताकि विभाग की साख पर सवाल न उठे। लोगों का कहना है कि जब पुलिस ही कानून तोड़ेगी तो आम जनता न्याय के लिए कहां जाएगी।

एसएसपी से न्याय की गुहार

पीड़ित अभिनाश मौर्या ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली को पत्र भेजकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि ईमानदार जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी और आरोपी दरोगा के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

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