विथरी चैनपुर में स्थित सीएससी केंद्र के प्रभारी मयंक मिश्रा बच्चों से बाल श्रम कराने से नहीं चूक रहे
न्यूज़ नेटवर्क
बरेली बाल श्रम के उन्मूलन के लिए सरकार द्वारा अपनाई गई वैधानिक नीति में निम्न कदम उठाए गए: एक विधायी कार्य-योजना: सरकार ने कुछ रोजगारों में बच्चों की नियुक्ति को प्रतिबंधित करने और कुछ अन्य रोजगारों में बच्चों की कामकाजी परिस्थितियों को विनियमित करने के लिए, बाल श्रम (निषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986 को प्रवर्तित किया है
जिसके जिसके बावजूद भी बरेली के ब्लॉक विथरी चैनपुर में स्थित सीएससी केंद्र के प्रभारी मयंक मिश्रा बच्चों से बाल श्रम कराने से नहीं चूक रहे जब हमारी टीम हॉस्पिटल पहुंची तब देखा कि वहां पर कई डॉक्टर जो अपने निश्चित समय पर उपस्थित नहीं होते हैं साथ ही कोविड-19 तिथि में बच्चों पर इस तरीके का अत्याचार किया जा रहा है इन तस्वीरों में आपको साफ देखते होंगे कि किस तरीके से यह 10 साल की बच्चे से कोविड-19 सरकारी हॉस्पिटल में पोछा लगा रही है बरेली में बच्चों के साथ इस तरीके की घटना पहले भी सामने आ चुकी हूं लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई करने की बजाय उनसे सांठगांठ कर उन्हें बचा दिया जाता है वही हमेशा की तरह भ्रष्टाचार विरोधी संगठन भारत परिषद के पदाधिकारियों अध्यक्ष जावेद खान, इमरान खान, अजीत सिंह ,संतोष पटेल ,सचिन पटेल ,ने फिर संज्ञान लेकर उच्च अधिकारियों से सीएससी प्रभारी मयंक मिश्रा की शिकायत करने की बात कही है डॉक्टर मयंक मिश्रा इससे पहले भी महिला नर्स से प्रेम प्रसंग के मामले में कॉफी चर्चित रहे