अवैध निर्माण रोकने पहुंची बीडीए की टीम को बंधक बनाकर की मार पीटा, कॉलोनाइजर समेत आठ लोगों पर रिपोर्ट

बरेली में बदायूं रोड पर अवैध निर्माण रोकने पहुंचे बीडीए के दो सुपरवाइजरों को कॉलोनाइजर व उसके बेटे ने अपने छह साथियों के साथ मिलकर बंधक बनाकर पीट दिया। आरोपियों ने टीम के साथ गाली-गलौज भी की। कहा कि पहले एक कॉलोनी तोड़ चुके हो। दूसरी नहीं तोड़ने देंगे। यह कॉलोनी तो हम बनाकर रहेंगे, कहते हुए उनको पीट दिया। कैंट पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बारादरी संजयनगर निवासी बीडीए के सुपरवाइजर ओमप्रकाश की ओर से दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक घटना चार अक्टूबर दोपहर तीन बजे की है। वह अपने साथी बच्चन वर्मा के साथ कैंट क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण की रोकथाम के लिए प्रभारी के तौर पर भ्रमण कर रहे थे। इसी दौरान वह बदायूं रोड लाल फाटक पर पहुंचे। जहां पर राजकुमार सिंह बीडीए की बिना स्वीकृति के लगभग 50 बीघा जमीन पर प्लाटिंग कर रहा था। आरोपी एक हजार वर्ग गज पर नौ मीटर ऊंची दीवारों का निर्माण करा रहा था।
वह मौके पर पहुंचे और निर्माण को लेकर जानकारी लेने लगे। इस दौरान आरोपी राजकुमार सिंह ने निर्माणधीन कॉलोनी के अंदर बुलाया और गेट बंद करवा दिया। इसके बाद आरोपी ने अपने बेटे व छह अज्ञात लोगों के साथ मिलकर गाली गलौज कर हाथापाई की। इसके एक घंटे बाद आरोपी ने दरवाजा खोलकर भगा दिया। इस मामले में आरोपी के खिलाफ पुलिस जांच में जुटी है। वहीं बीडीए की ओर से कॉलोनीनाइजर को नोटिस भी भेजा गया है, उसके अवैध निर्माण को ध्वस्त करने में बीडीए ने कार्रवाई तेज कर दी है।
बीडीए के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी कॉलोनीनाइजर पर यह पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले बदायूं रोड पर ही बीडीए की ओर से चल रहे गेट के निर्माण के सामने राजकुमार सिंह की अवैध कॉलोनी को ध्वस्त किया था। इसके बाद से ही आरोपी रंजिश मान रहा था, आरोपी ने दूसरी कॉलोनी का निर्माण कराने के दौरान भी बीडीए की ओर से स्वीकृति नहीं ली थी। निर्माण के दौरान जब टीम भ्रमण को पहुंची तो हमला कर दिया गया।
पहले भी दिया जा चुका है नोटिस, अब ध्वस्तीकरण की तैयारी
बीडीए ने राजकुमार सिंह की लालफाटक के पास आकाशवाणी-दूरदर्शन केंद्र सामने हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ पहले भी नोटिस जारी किया था। इसको लेकर 18 जून 2022 को नोटिस जारी किया था। इसको लेकर सुनवाई के लिए 30 जून व सात सितंबर को सुनवाई नियत की गई थी। दोनों ही तारीखों पर आरोपी अनुपस्थित रहा।
इसके बाद निर्माण को ध्वस्त करने का आदेश विभाग की ओर से दिया गया। इस पर सुपरवाइजर बच्चन वर्मा की ओर से आदेश पर रिपोर्ट भी लगाई गई कि बार-बार जाने पर भी निर्माण स्थल पर राजकुमार सिंह नहीं मिला और दरवाजे पर नोटिस चस्पा कर दिया। अब बीडीए इसके ध्वस्तीकरण के लिए टीम तैयार कर रही है।
बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. ने बताया कि टीम के साथ जो घटना घटित हुई है, उसमें रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस जांच कर रही है, अवैध कब्जे को लेकर नोटिस जारी किया गया है, उसके उ⊇पर शीघ्र धोस्तीकरण की कार्रवाई की जाए किया जाएगा।
ब्यूरो रिपोर्ट एजेंसी