उत्तर प्रदेश में आधी रात दहला धरती का सीना, 5.7 तीव्रता का भूकंप, लोग घबराकर घरों से बाहर निकले
रिक्टर स्केल पर 5.7 तीव्रता दर्ज, तिब्बत क्षेत्र में था भूकंप का केंद्र

लखनऊ/नोएडा/गाजियाबाद। रविवार देर रात उत्तर प्रदेश और बिहार समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में अचानक धरती कांप उठी। रात करीब 2:41 बजे आए भूकंप के तेज झटकों से लोग गहरी नींद से जाग उठे और भयभीत होकर घरों से बाहर निकल आए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.7 मापी गई है, जबकि इसका केंद्र तिब्बत क्षेत्र में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है।
तेज झटकों से दहशत का माहौल
भूकंप के झटके यूपी की राजधानी लखनऊ से लेकर नोएडा, गाजियाबाद, वाराणसी, प्रयागराज, बरेली और बिहार के कई जिलों में महसूस किए गए। विशेषकर हाईराइज बिल्डिंग्स में रह रहे लोग बुरी तरह सहम गए और आनन-फानन में नीचे उतर आए। कई जगहों पर लोग पार्क और खुले मैदानों में जमा हो गए। हालांकि, अभी तक कहीं से भी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन अफरा-तफरी का माहौल देर रात तक बना रहा।
सोशल मीडिया पर साझा किए अनुभव
भूकंप के तुरंत बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए। किसी ने कहा कि झटके बेहद हल्के थे, तो कुछ लोगों ने इसे बेहद डरावना बताया। लोगों ने अपने घरों में हिलती वस्तुओं के वीडियो और झटकों के समय की प्रतिक्रिया पोस्ट की।
तिब्बत क्षेत्र है भूकंप संवेदनशील
भूकंप वैज्ञानिकों के अनुसार तिब्बत क्षेत्र हिमालयी भूगर्भीय बेल्ट में आता है, जो भूकंपीय दृष्टि से अति संवेदनशील माना जाता है। यहां अक्सर प्लेटों के टकराव से भूकंप की आशंका बनी रहती है।
क्या करें भूकंप के समय?
घर से बाहर निकलें, लेकिन सुरक्षित जगह पर जाएं।
हाईराइज इमारतों में लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का उपयोग करें।
खुले मैदान या खुले स्थान पर जाएं, बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहें।
यदि बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, तो टेबल या मज़बूत फर्नीचर के नीचे शरण लें और सिर को सुरक्षित रखें।
हालांकि यह भूकंप किसी बड़े नुकसान का कारण नहीं बना, लेकिन यह एक चेतावनी जरूर है कि हमें भूकंप जैसे प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सचेत और तैयार रहना चाहिए। प्रशासन की ओर से भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।