महिलाओं की निजता पर हमला, हैदरी दल के दो आरोपी गिरफ्तार”

बरेली। बरेली में महिलाओं की निजता का उल्लंघन करने और सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के गंभीर आरोप में पुलिस ने हैदरी दल के दो युवकों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की वीडियो बनाकर उसे इंटरनेट पर शेयर किया था, जिससे शहर में असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हुआ। यह कृत्य न केवल महिलाओं की गरिमा पर हमला था, बल्कि समाज में नफरत फैलाने की साजिश भी थी।
7 जून 2025 को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में गांधी उद्यान (कोतवाली क्षेत्र, बरेली) में कुछ युवक महिलाओं और युवतियों को जबरन रोकते हुए, उनसे उनकी जाति और धर्म के बारे में पूछते नजर आए। उन्होंने इस दौरान आपत्तिजनक टिप्पणियाँ भी कीं।
वीडियो में इन युवकों की गतिविधियाँ स्पष्ट रूप से निजता का उल्लंघन और सांप्रदायिक उत्तेजना फैलाने वाली थीं।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ़्तारी
पुलिस ने जब इस वीडियो की जांच शुरू की तो यह पाया कि आरोपी “हैदरी दल” नामक ग्रुप से जुड़े थे।
साइबर सेल और सर्विलांस टीम की मदद से पुलिस ने Instagram ID ‘sufian-08’ के जरिए इन आरोपियों का पता लगाया।
गिरफ्तारी की गई प्रमुख आरोपी:
1️⃣ समीर रजा (25 वर्ष) – निवासी ईंट पजाया चौराहा, थाना बारादरी, बरेली
2️⃣ शहवाज रजा उर्फ सूफियान (28 वर्ष) – निवासी मलपुर, थाना भुता, बरेली
इनके खिलाफ कोतवाली थाना बरेली में मामला संख्या 291/2025 दर्ज किया गया है।
आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएँ 353, 196, 79, 126(2) लगाई गई हैं।
बरामदगी
दो मल्टीमीडिया मोबाइल फोन
जिनका इस्तेमाल महिलाओं की वीडियो रिकॉर्डिंग और उसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट करने में किया गया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह एक सोची-समझी साजिश थी जिसमें धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए महिलाओं की निजता पर हमला किया गया।
“हैदरी दल” के सदस्य न केवल सोशल मीडिया पर सक्रिय थे, बल्कि सार्वजनिक स्थानों पर जाकर समाज में भय और नफरत का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे थे।
बरेली पुलिस ने इस पर सख्त कार्रवाई की और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, विशेषकर जब मामला महिलाओं की सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द से जुड़ा हो। बरेली पुलिस की कोशिश है कि बाकी आरोपियों को भी जल्दी गिरफ्तार किया जाए और ऐसी घटनाओं को दोबारा न होने दिया जाए।






