बरेली में 107वां उर्स-ए-रज़वी सोमवार से, शहर मेहमाननवाज़ी के लिए तैयार

बरेली। 107वें उर्स-ए-रज़वी का शुभारंभ सोमवार से होने जा रहा है और तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। दरगाह से लेकर इस्लामिया मैदान तक तेजी से काम पूरे किए जा रहे हैं। दरगाह और इस्लामिया गेट को आकर्षक लाइटों से सजाया गया है, जबकि इस्लामिया मैदान में आला हज़रत और अहले सुन्नत के बुजुर्गों की किताबें सस्ते दामों पर उपलब्ध रहेंगी। दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने टीटीएस रजाकारों की समीक्षा बैठक कर सभी इंतज़ामों का जायज़ा लिया और निर्देश दिया कि बाहर से आने वाले जायरीन को किसी भी तरह की परेशानी न हो।तैयारियों की देखरेख सय्यद आसिफ मियां कर रहे हैं, जबकि जायरीन की सेवा के लिए 1500 टीटीएस वालंटियर्स तैनात किए गए हैं। दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी के अनुसार देश-विदेश से आने वाले मेहमानों की मेजबानी के लिए शहर पूरी तरह से तैयार है। ज़िला प्रशासन, दरगाह इंतेज़ामिया और स्थानीय लोग अपने स्तर से भी इंतज़ाम कर रहे हैं। ज़ायरीन के ठहरने के लिए दरगाह, स्कूल, मदरसे और शादी हाल आरक्षित किए गए हैं। पार्किंग की सुविधा के लिए भी प्रशासन ने कई स्कूलों को अधिकृत किया है।वरिष्ठ मुफ़्ती सलीम नूरी बरेलवी ने बताया कि इस्लामिया मैदान में 200 स्टालों का विशाल पुस्तक मेला लगाया जा रहा है, जिसमें कंजुल ईमान, फतावा रज़विया, फतावा मुस्तफिया और आला हज़रत की शायरी का नातिया दीवान समेत कई मज़हबी किताबें उपलब्ध होंगी। वहीं रेलवे की ओर से उर्स स्थल पर टिकट विंडो और समय सारिणी बोर्ड लगाया जाएगा।सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की अपील पर टीटीएस द्वारा पौधारोपण अभियान भी चलाया गया। पैग़म्बर-ए-इस्लाम की पैदाइश के 1500 साल पूरे होने, यौमे आज़ादी और उर्स के मौके पर इस्लामिया मैदान, पीलीभीत बाईपास, बाकरगंज, रज़ा कॉलोनी और फरीदपुर में फलदार व छायादार पौधे लगाए गए। इस बीच फूलों की टोकरी के जुलूस भी दरगाह पहुंचने शुरू हो गए हैं। रहपुरा चौधरी से समी खान और अजमल खान के नेतृत्व में तिरंगा लिए जुलूस दरगाह पहुंचा, जिसमें शामिल लोगों ने पौधे बांटकर हरियाली और अमन का संदेश दिया।उर्स की व्यवस्थाओं में राशिद अली खान, मौलाना जाहिद रज़ा, मौलाना बशीर उल क़ादरी, मंज़ूर रज़ा, शान रज़ा, नफीस खान, नईम नूरी, सुहैल रज़ा, खालिद नूरी, आरिफ रज़ा, नाजिम रज़ा, हाजी अब्बास नूरी, गजाली रज़ा, आसिम हुसैन, मोहसिन रज़ा समेत बड़ी संख्या में लोग सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। टीटीएस की ओर से सभी रजाकारों को पहचान पत्र सौंपकर जिम्मेदारियां तय कर दी गई हैं ताकि उर्स सकुशल सम्पन्न हो सके।