बीडीए उपाध्यक्ष ने जनसुनवाई में सुनीं आमजन की समस्याएं, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश

बरेली। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के उपाध्यक्ष एवं हाउसिंग एंड अर्बन डेवेलपमेंट विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मणिकण्डन (आईएएस) ने शनिवार को आयोजित जनसुनवाई में आम नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना। जनता की शिकायतों और सुझावों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को नियमानुसार और समयबद्ध तरीके से समाधान सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए।
जनसुनवाई के दौरान शहरवासियों ने प्लॉट आवंटन, भवन नक्शा स्वीकृति, अवैध निर्माण, जल निकासी, सड़क निर्माण और अन्य मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी समस्याएं उठाईं। उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक शिकायत का निस्तारण पारदर्शी और त्वरित ढंग से किया जाए, ताकि आमजन को बार-बार प्राधिकरण के चक्कर न काटने पड़ें।
पारदर्शिता और जवाबदेही पर जोर
मणिकण्डन ने बीडीए की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने आदेश दिया कि प्रत्येक शिकायत का रजिस्टर तैयार किया जाए और निस्तारण की जानकारी शिकायतकर्ता को लिखित रूप में उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा, “जनता की सुविधा और शहर का नियोजित विकास ही हमारा मुख्य लक्ष्य है। अधिकारियों को जनहित को सर्वोपरि मानकर कार्य करना होगा।”
अधिकारियों को सख्त चेतावनी
जनसुनवाई के दौरान उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “यदि किसी भी स्तर पर गड़बड़ी या उदासीनता पाई गई, तो संबंधित कर्मचारी या अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
नागरिकों में जगी उम्मीद
उपाध्यक्ष के इस सक्रिय और जनहितैषी रवैये से जनसुनवाई में आए लोगों में अपनी समस्याओं के समाधान को लेकर नई उम्मीद जगी। शहरवासियों ने बीडीए के इस प्रयास की सराहना करते हुए इसे जनता और प्रशासन के बीच संवाद का एक सशक्त माध्यम बताया।
मणिकण्डन ने अंत में जोर देकर कहा कि बरेली विकास प्राधिकरण का उद्देश्य न केवल शहर का सुनियोजित विकास करना है, बल्कि आम नागरिकों के लिए एक ऐसी व्यवस्था स्थापित करना भी है, जो उनकी समस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान सुनिश्चित करे।