बहेड़ी में ख़िदमत-ए-इन्सानियत व GWS का नेत्र शिविर सम्पन्न

बहेड़ी। गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए ख़िदमत-ए-इन्सानियत एवं ग्लोबल वेलफेयर सोसाइटी (GWS) द्वारा शनिवार को एम.एम. लॉन, मोहम्मदपुर चौराहा पर आयोजित निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर समाजसेवा की एक अनुकरणीय मिसाल बनकर सामने आया।
इस सेवा शिविर में क्षेत्र के 300 से अधिक मरीजों ने अपनी नेत्र जांच कराई। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने निःशुल्क जांच के साथ सभी रोगियों को आवश्यक दवाएं और परामर्श भी निःशुल्क प्रदान किया।
40 चयनित रोगियों का सोमवार को होगा ऑपरेशन
शिविर के दौरान चिकित्सकों ने 40 ऐसे मरीजों की पहचान की, जिनकी आंखों में मोतियाबिंद की स्थिति ऑपरेशन की मांग कर रही थी। इन रोगियों का निःशुल्क ऑपरेशन सोमवार को राममूर्ति अस्पताल में संपन्न कराया जाएगा।
स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक सराहनीय पहल
इस शिविर का मुख्य उद्देश्य था
“स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित तबके तक उपचार पहुँचाना, जिन्हें आर्थिक सीमाएं अक्सर चिकित्सा से दूर कर देती हैं।” लोगों ने इस मानवीय प्रयास की सराहना की और आयोजकों की सेवा भावना को नमन किया।
समाजसेवियों की सक्रिय भागीदारी रही सराहनीय
इस अवसर पर ख़िदमत-ए-इन्सानियत के अध्यक्ष शादाब ख़ान, वरिष्ठ समाजसेवी मीर अफ़ज़ल साहब, मोहम्मद नाज़िम, शाहरुख़ रज़ा, शादाब क़ादरी, मेराज सिद्दीकी, मीडिया प्रभारी डॉ. फ़हीम सक़लैनी, डॉ. नफ़ीस, नदीम फ़ैंसी और जुनैद रज़ा सहित कई अन्य कार्यकर्ता विशेष रूप से मौजूद रहे और सक्रिय भूमिका निभाई।
सामाजिक सहभागिता की अपील
संस्थाओं के पदाधिकारियों ने बताया कि: “हमारा लक्ष्य है कि ऐसे शिविरों के माध्यम से समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक भी चिकित्सा सुविधा पहुंचे।”
उन्होंने आमजन से अपील की कि ऐसे जनकल्याणकारी अभियानों में बढ़-चढ़कर भाग लें और इसकी जानकारी समाज के अन्य जरूरतमंद लोगों तक पहुँचाएं।
एक प्रेरणादायक प्रयास
ख़िदमत-ए-इन्सानियत और GWS का यह प्रयास न केवल चिकित्सा सेवा है, बल्कि यह समाज में सेवा, करुणा और सहयोग की भावना को भी सशक्त करता है। यह शिविर उन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो मानते हैं कि “सच्ची सेवा वही है, जो बिना किसी स्वार्थ के की जाए।”