कोल्हू की भट्ठी में जल रही थी कपड़ों की कतरन, जहरीले धुएं से ग्रामीण बीमार, भैंस की मौत

बरेली। पर्यावरण को जहर बनाकर उड़ाया जा रहा धुआं आखिरकार पुलिस की नजर में आ गया। शीशगढ़ क्षेत्र में एक कोल्हू की भट्ठी में मिठाई पकाने के लिए कपड़ों की कतरन और कचरा जलाया जा रहा था, जिससे पूरा गांव जहरीले धुएं से भर गया। धुएं के चलते कई ग्रामीण बीमार पड़ गए, वहीं एक भैंस की मौत हो गई।
घटना गांव कुतुबपुर के पास स्थित एक कोल्हू की है। ग्रामीण अरविंद मौर्य ने बताया कि सोमवार सुबह भट्ठी से उठते काले जहरीले धुएं से पूरा इलाका डूब गया। लगातार कई दिनों से निकल रहे धुएं के कारण ग्रामीणों के साथ जानवर भी बीमार हो गए।
सोमवार को एक भैंस की मौत के बाद ग्रामीणों ने 112 पर फोन कर पुलिस से शिकायत की।
सूचना पर पहुंची शीशगढ़ पुलिस ने छापेमारी कर कपड़ों की कतरन से भरी पिकअप और चालक को पकड़ लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि कोल्हू में मिठाई पकाने की भट्ठी में कपड़ों की कतरन को ईंधन के रूप में जलाया जा रहा था।
पुलिस ने कोल्हू संचालक इमरान निवासी कुतुबपुर के खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई करते हुए उसे हिदायत दी कि भविष्य में किसी भी प्रकार का प्रदूषण फैलाने वाला पदार्थ न जलाया जाए।
इधर, ग्रामीणों का आरोप है कि जहरीले धुएं ने पूरे गांव को बीमार कर दिया है। कई लोग सांस की समस्या से जूझ रहे हैं और एक माह में आठ से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है, जिनमें दो गाय और पांच भैंसें शामिल हैं। ग्रामीण चंद्रसेन राजपूत, ओमप्रकाश मौर्य और भूपराम ने बताया कि कोल्हू मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे प्रदूषण नियंत्रण विभाग में भी शिकायत करेंगे।






