रामनगरी अयोध्या में सीएम योगी आदित्यनाथ का दौरा: रामलला के दर्शन से लेकर संत रविदास मंदिर तक, दिया समरसता और विकास का संदेश

अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर रामनगरी पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के दर्शन किए और फिर हनुमानगढ़ी जाकर पूजन-अर्चन किया। इसके बाद सीएम योगी संत रविदास मंदिर, हनुमान कुंड भी पहुंचे, जहां उन्होंने संत रविदास, भगवान बुद्ध और डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
मंदिर के महंत बनवारी दास ने मुख्यमंत्री का स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 1 करोड़ 15 लाख रुपये की लागत से निर्मित नवनिर्मित सत्संग भवन का लोकार्पण कर जनता को समर्पित किया। साथ ही, 37 जातीय मंदिरों के श्रीमहंतों से भेंट कर संवाद भी किया।
अपने संबोधन में सीएम योगी ने पूर्ववर्ती सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तब अयोध्या के विकास को कोई प्राथमिकता नहीं दी गई। न एयर कनेक्टिविटी थी, न ही अच्छी सड़कों की सुविधा। रेलवे की केवल सिंगल लाइन थी और बस सेवाएं भी नाम मात्र की थीं।
“अब अयोध्या को दुनिया पहचानती है”
मुख्यमंत्री ने कहा, “आज अयोध्या बदल चुकी है। अब यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, अत्याधुनिक बस अड्डा है और शहर फोर लेन और सिक्स लेन सड़कों से जुड़ चुका है। पहले लोग पूछते थे, अयोध्या कहां है? आज अयोध्या को दुनिया पहचानती है।”
हर समाज के मंदिरों का होगा सुंदरीकरण
सीएम योगी ने संत रविदास मंदिर के सुंदरीकरण की सराहना करते हुए कहा कि अब वाल्मीकि, पासी समेत अन्य जातीय और सामाजिक मंदिरों का भी पुनर्विकास किया जाएगा। इन स्थलों को जनसुविधाओं से युक्त कर वहां समरसता और एकता का संदेश दिया जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर समाज को साथ लेकर चलने की नीति पर काम कर रही है। महापुरुषों के योगदान को नमन करना और उन्हें स्मरण में रखना हमारा दायित्व है। अयोध्या में हुए कार्यों के माध्यम से समरसता, श्रद्धा और सेवा का संदेश दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने श्रीराम मंदिर परिसर का निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा भी लिया। दर्शन-पूजन के पश्चात उन्होंने मंदिर ट्रस्ट और अधिकारियों से बातचीत कर तैयारियों की जानकारी प्राप्त की।