48 घंटे बाद भी बच्चे की पहचान नहीं, पुलिस गांव–गांव ठोकरें खा रही

बरेली। नकटिया नदी पुल के नीचे बक्से में मिले 8–10 साल के मासूम की हत्या ने जिले में सनसनी फैला दी है, लेकिन 48 घंटे बीतने के बाद भी बच्चे की पहचान तक नहीं हो सकी। पुलिस की चार टीमें दिन–रात गांव–गांव घूमकर बच्चे का फोटो दिखा रही हैं, लेकिन अब तक किसी भी ग्रामीण ने शव की पहचान नहीं की। मामला जितना दर्दनाक है, उतना ही रहस्यमय भी बनता जा रहा है।
बड़ा बाईपास पर मिला था बक्सा, खुला तो सब दंग रह गए
मंगलवार सुबह कुम्हरा गांव के पास लखनऊ–दिल्ली हाईवे (बड़ा बाईपास) पर ग्रामीणों ने पुल के नीचे एक संदिग्ध बक्सा देखा। सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने जैसे ही बक्सा खोला, अंदर एक मासूम बच्चे का शव मिला।शव की हालत देखकर लोग कांप उठे बच्चे की एक आंख निकाली गई थी।शरीर पर घावों व चोटों के निशान, पोस्टमार्टम में गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई थी।
अज्ञात बच्चे की हत्या पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती ‘पहचान’
कुम्हरा निवासी अजीत सिंह की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एसएसपी अनुराग आर्य ने मामले के खुलासे के लिए चार टीमें बनाई हैं।
फिर भी 48 घंटे बाद भी बच्चे की शिनाख्त नहीं
पुलिस गांव–गांव फोटो दिखाकर कर रही पहचान की कोशिश
किसी भी जनपद की पुलिस ने संपर्क नहीं किया, न ही कोई गुमशुदगी मेल खाई,कई सवाल जवाब नहीं,बच्चा किस जिले का था?हत्या कहां हुई—बरेली में या बाहर? आंख क्यों निकाली गई? शव बक्से में भरकर बाईपास तक कौन लाया?
जांच टीमें सीसीटीवी, गुमशुदगी रिपोर्टों और संदिग्ध गतिविधियों को खंगालने में लगी हैं, लेकिन सुराग अभी भी बहुत धुंधले हैं। घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है।






