घर जाने की चाहत में बिजनौर रोडवेज पर मजदूरों ने उड़ाई सोशल डिस्टेंस की धज्जियां
https://www.youtube.com/channel/UC7fjv3PjEXQsGKAP4MWsOdw

बिजनौर।
तीसरा लॉक डाउन समाप्त होने के बाद चौथा लॉक डाउन का पहला सप्ताह शुरू हो गया है लेकिन मजदूर बेबसी और लाचारी में मारा मारा सड़क पर घूम रहा है मजदूर की बेचैनी और ज्यादा बढ़ गई है। मजदूर हताश और मायूस है वह हर कीमत पर अपने घर जाना चाहता है लेकिन केंद्र व राज्य सरकारें तीन लॉक डाउन समाप्त होने के बाद भी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था पूरी नहीं कर पाई और मजदूर पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़े चाहे रास्ते में उन्हें कितनी ही दुश्वारियां का सामना करना पड़े।
चौथे लोग डाउन में कुछ रियायत दी गई हैं लेकिन बहुत ज्यादा रियायतें मिलने की उम्मीद बहुत कम है क्योंकि कोविड-19 तेजी से पैर पसार रहा है लेकिन फिर भी मजदूर घर जाने की चाहत में सोशल डिस्टेंस भूल गए हैं। वह रोडवेज पर बिना सोशल डिस्टेंस के लाइनों में खड़े हैं और वहीं पर बैठे हैं। बिजनौर रोडवेज पर भी मजदूरों को अपने घर जाने की चाहत में बिना सोशल डिस्टेंस के साथ देखा गया बिजनौर रोडवेज पर मजदूरों को देखकर ऐसा लगता है कि यह है सोशल डिस्टेंस को नहीं जानते और ना ही इन्हें कोविड-19 का कोई डर इन्हें तो सिर्फ अपने घर जाना है।
देश के प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपने चौथे संदेश में आपदा को अवसर में बदल देने की जो बात कही इस बात को मजदूर ना समझ पाए और ना ही विश्वास कर पाए अब यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि प्रधानमंत्री के संदेश से देश का कितना भला होगा फैक्ट्रियां, उद्योग बिना मजदूर के कैसे चलेंगे क्योंकि मजदूर तो हर हाल में अपने घर जाना चाहता है।
बिजनौर से फहीम अख्तर की रिपोर्ट