वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कराई थी एसपी सिटी से जांच तो खुल गए पत्ते _पूरा गणना कार्यालय निलंबित

बरेली रिश्वत लेकर फर्जी ड्यूटी लगाने का खेल उजागर हो गया। इस खेल का राजफाश होते ही एसएसपी अनुरागं आर्य ने गणना कार्यालय के सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। सभी के विरुद्ध विभागीय जांच बैठाने के साथ ही गणना प्रभारी और आरआइ के विरुद्ध भी जांच कराई है। यदि इस खेल में उनकी भी संलिप्तता मिलती हैं तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में इज्जतनगर थाने में तैनात सिपाही रजत बालियान दो अक्टूबर से लेकर 27 नवंबर तक पुलिस लाइन में तैनात था। आरोप है कि इस बीच उसने गणना कार्यालय में तैनात सिपाहियों से अपनी सेटिंग, की और बिना ड्यूटी के ही अपनी उपस्थिति दर्ज कराना शुरू कर दिया। इसका फायदा उठाकर वह बिना छुट्टी लिए ही मेरठ और मुजफ्फरनगर चला गया। इसकी किसी को कानों कान खबर नहीं लगी थी। इसी बीच विभागीय कुछ पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना एसएसपी अनुराग आर्य को दी। उन्होंने तत्काल एसपी सिटी मानुष पारी को प्रकरण की जांच सौंपी थी। उन्होंने रजत बालियान के ड्यूटी के दिनों की लोकेशन, काल डिटेल आदि निकलवाई तो पूरी कहानी साफ हो गई। पता चला कि रजत की उपस्थिति गणना कार्यालय में दर्ज थी, लेकिन उसकी लोकेशन बरेली होने की जगह मेरठ, मुजफ्फरनगर आदि जगहों पर मिली। पूछताछ में पूरी कहानी खुल गई। एसपी सिटी मानुष पारीक ने इसकी पूरी रिपोर्ट एसएसपी अनुराग आर्य को सौंपी उनकी रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने गणना कार्यालय में तैनात सिपाही रचित कुमार, सतेन्द्र सिंह, अर्पित पंवार और पवन बंसल के साथ रजत बालियान को भी निलंबित कर दिया है। जांच में पता चला कि पांच हजार ली थी रिश्वत : एसपी सिटी की जांच में पता चला कि रजत बालियान ने अपनी ड्यूटी को फर्जी तरह से दिखाने के लिए पांच हजार रुपये रिश्वत दी थी। इसके बाद उसे उसकी छुट्टी होने के बाद भी लगातार ड्यूटी लगाई जा रही रही थी। जांच रिपोर्ट आने के बाद एसएसपी ने गणना कार्यालय में तैनात सभी को निलंबित कर दिया।
ब्यूरो रिपोर्ट एजेंसी