गजब की पुलिस! नाम मिला तो पकड़ ली गलत मुन्नी, निर्दोष महिला ने दो दिन काटे जेल में

बरेली। पुलिस ने अपनी लापरवाही से कानून और इंसानियत — दोनों को शर्मसार कर दिया है। परसाखेड़ा क्षेत्र के बंडिया गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां सिर्फ नाम मिलते-जुलते होने की वजह से एक निर्दोष महिला को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
वर्ष 2018 में बंडिया गांव निवासी वृद्ध महिला मुन्नी पत्नी छोटे शाह के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज हुआ था। अदालत में पेश न होने के चलते हाल ही में उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुए थे।
13 अप्रैल 2025 को, परसाखेड़ा चौकी प्रभारी सौरभ यादव पुलिस टीम के साथ गांव में दबिश देने पहुंचे — लेकिन लापरवाही ऐसी कि उन्होंने असली आरोपी मुन्नी की बजाय गांव की ही मुन्नी पत्नी जानकी को पकड़ लिया और सीधे जेल भेज दिया।
“मैं निर्दोष हूं!” — चीखती रही महिला, मगर पुलिस ने एक न सुनी
गिरफ्तारी के वक्त महिला और उसके परिजन लगातार अपनी बेगुनाही की गुहार लगाते रहे, मगर पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। दो दिन बाद जब उसके पति ने कोर्ट में जमानत के लिए दस्तावेज पेश किए, तब असलियत सामने आई — पुलिस ने गलत महिला को जेल भेज दिया था।
कोर्ट की फटकार के बाद रिहाई, फिर मिली धमकी!
कोर्ट के आदेश पर जब निर्दोष महिला को रिहा किया गया, तो सबको उम्मीद थी कि अब इंसाफ मिलेगा। लेकिन चौकी प्रभारी सौरभ यादव ने पीड़िता को धमकी दी — “अगर किसी से कुछ कहा, तो तुम्हारे पति को हिस्ट्रीशीटर बना कर जेल भेज देंगे।”