बरेली में तेंदुए का आतंक: किसान पर हमला, हालत गंभीर, ग्रामीणों में दहशत

बरेली। जिले में तेंदुए के हमले ने एक बार फिर ग्रामीणों में दहशत फैला दी है। क्योलड़िया क्षेत्र के गांव बिहारीपुर अब्दुल रहमान में शुक्रवार दोपहर एक तेंदुए ने खेत में गन्ने की सिंचाई कर रहे किसान अरविंद कुमार पर हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल अरविंद को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। इस घटना ने इलाके में वन्यजीवों के बढ़ते खतरे को उजागर कर दिया है।
क्या हुआ घटना के दौरान
शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे अरविंद कुमार अपने खेत में गन्ने की सिंचाई कर रहे थे। सिंचाई के बाद वह पेड़ों की छांव में आराम करने गए, जहां पहले से ही एक तेंदुआ मौजूद था। अरविंद की आहट सुनते ही तेंदुए ने उनके चेहरे पर हमला कर दिया, जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गए। अरविंद के शोर मचाने पर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और शोर मचाकर तेंदुए को भगाने में सफल रहे। तेंदुआ झाड़ियों के रास्ते जंगल की ओर भाग गया।
ग्रामीणों ने तुरंत अरविंद के परिजनों को सूचना दी, जिन्होंने उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया। लेकिन गंभीर चोटों के कारण अरविंद की हालत नाजुक बनी हुई है।
वन विभाग और पुलिस का एक्शन
घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण दीनानाथ गंगवार ने वन विभाग और पुलिस को फोन किया। डिप्टी रेंजर आयरन सिंह, वनरक्षक लवकुश, मान सिंह और लीलाधर के साथ मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह भी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर आए। वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त रूप से तेंदुए की तलाश में इलाके में कांबिंग ऑपरेशन चलाया, लेकिन तेंदुआ नहीं मिला। खेतों में तेंदुए के पैरों के निशान जरूर मिले, जो इसकी मौजूदगी की पुष्टि करते हैं।
ग्रामीणों में डर का माहौल
ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार रात को गांव मेथी नवदिया रोड पर भी तेंदुआ देखा गया था। लगातार तेंदुए की मौजूदगी से इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीण खेतों में काम करने से डर रहे हैं, खासकर सुबह और शाम के समय। वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और अकेले खेतों में न जाने की सलाह दी है।
वन विभाग की प्रतिक्रिया
डिप्टी रेंजर आयरन सिंह ने बताया कि तेंदुए की तलाश के लिए लगातार निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा, “हमने इलाके में गश्त बढ़ा दी है और ग्रामीणों को सावधानी बरतने के लिए जागरूक किया जा रहा है। तेंदुए को पकड़ने के लिए जल्द ही पिंजरा लगाने की योजना है।”
तेंदुओं का बढ़ता खतरा
बरेली और आसपास के इलाकों में तेंदुओं की मौजूदगी कोई नई बात नहीं है। जंगलों की कटाई और मानव अतिक्रमण के कारण तेंदुए अक्सर गांवों की ओर रुख कर रहे हैं। गन्ने के खेत, जो तेंदुओं के लिए छिपने की आदर्श जगह हैं, इन हमलों को और बढ़ावा दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि तेंदुओं के लिए सुरक्षित कॉरिडोर और जंगल में पर्याप्त भोजन की व्यवस्था करना इस समस्या का दीर्घकालिक समाधान हो सकता है।
ग्रामीणों की मांग
स्थानीय लोगों ने वन विभाग से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुए को जल्द से जल्द पकड़ा जाए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। साथ ही, अरविंद के परिवार के लिए मुआवजे की मांग भी उठ रही है।
सावधानी जरूरी
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि ग्रामीण इलाकों में वन्यजीवों से सतर्क रहना कितना जरूरी है। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे रात के समय और सुबह-सुबह खेतों में अकेले न जाएं, शोर मचाने वाले उपकरण साथ रखें और बच्चों को अकेले बाहर न भेजेंl