साध्वी प्राची का बरेली में तीखा प्रहार: “भारत की संस्कृति को निगल रही है पश्चिमी सभ्यता”, जनसंख्या नियंत्रण और पुरुष आयोग की मांग

बरेली। अपने बेबाक बयानों के लिए जानी जाने वाली विश्व हिंदू परिषद की फायरब्रांड नेता साध्वी प्राची ने बरेली दौरे के दौरान एक बार फिर अपने तीखे तेवरों से सियासी पारा चढ़ा दिया। उन्होंने जहां पश्चिमी संस्कृति और सोशल मीडिया की भेड़चाल को भारतीय मूल्यों के लिए खतरा बताया, वहीं पुरुष आयोग की स्थापना और जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की पुरजोर मांग भी की।
“पति को परमेश्वर मानने वाली संस्कृति में अब हो रही है हत्या”
साध्वी प्राची ने हाल ही में मेरठ और हरियाणा में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, “भारत की संस्कृति जहां पति को परमेश्वर मानती है, वहीं अब सोशल मीडिया और रील की होड़ में औरतें अपने पतियों के 15-15 टुकड़े कर रही हैं। ये दृश्य बेहद डरावने हैं और यह सब पश्चिमी सभ्यता का जहरीला असर है, जो हमारे संस्कारों को निगल रहा है।”
“बेटे भी पीड़ित हैं, सरकार बनाए पुरुष आयोग”
साध्वी ने कहा कि महिला आयोग तो है लेकिन पुरुषों के लिए कोई मंच नहीं।“आज बेटे भी पीड़ित हैं। झूठे आरोप, मानसिक उत्पीड़न और सामाजिक अपमान से गुजर रहे हैं। मैं केंद्र सरकार से मांग करती हूं कि जल्द से जल्द पुरुष आयोग का गठन किया जाए।””प्रेमी के लिए पति की हत्या, फिर रील बनाकर बनना चाहती थी स्टार!”हरियाणा की घटना पर बोलते हुए साध्वी ने कहा कि एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी और बाद में सोशल मीडिया पर रील बनाकर फेमस होने की कोशिश की।
“क्या यही आधुनिकता है? क्या इसी को तरक्की कहते हैं? समाज को इसे गंभीरता से समझना होगा।”
“ममता बनर्जी बना रहीं नया पाकिस्तान”
पश्चिम बंगाल की स्थिति पर बोलते हुए साध्वी ने सीधा निशाना साधा: “ममता बनर्जी का असली नाम मुमताज बानो है। वे बंगाल को नया पाकिस्तान बनाना चाहती हैं। हिंदुओं की हत्याएं हो रही हैं, तुष्टीकरण चरम पर है। वहां राष्ट्रपति शासन लगाकर कमान सेना को सौंप देनी चाहिए।”
“संविधान तभी बचेगा जब हिंदू बचेगा”
उन्होंने कहा कि“जहां-जहां हिंदू घटा, वहां संविधान भी फटा। अगर संविधान को बचाना है, तो पहले हिंदुओं को बचाना होगा। सरकार को तुरंत जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करना चाहिए, नहीं तो देर हो जाएगी।”
वक्फ बोर्ड और मदरसों पर गंभीर आरोप
साध्वी प्राची ने वक्फ बोर्ड को “नेहरू की देन” बताते हुए कहा, “पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार में वक्फ बोर्ड नहीं है, तो फिर सिर्फ भारत में क्यों है? इसके खिलाफ संशोधन स्वागत योग्य कदम है।”
वहीं मदरसों को लेकर कहा,“कसाब मदरसे से निकला था। आज भी अधिकतर आतंकवादी वहीं से निकल रहे हैं। गुरुकुल से कोई आतंकी नहीं बनता। बरेली के तौकीर रजा गृह युद्ध की साजिश रच रहा है, उस पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।”