बरेली: बिजली विभाग की लापरवाही से लाखों लोग अंधेरे में, नवाबगंज विधायक ने की कड़ी कार्रवाई की मांग

बरेली । जिले में बिजली संकट ने विकराल रूप ले लिया है। छह सबस्टेशनों से जुड़े सैकड़ों गांवों में बिजली गुलहो ने से लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। ट्रांसफार्मर खराब होने का सिलसिला जारी रहा, लेकिन बिजली विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। अब नवाबगंज विधायक डॉ. एमपी आर्य ने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बिजली संकट कैसे शुरू हुआ?
– 9 अप्रैल: 132 केवी ट्रांसमिशन में लगे पहले ट्रांसफार्मर के फेल होने के बावजूद 13 दिनों तक कोई सुधार नहीं किया गया।
– 22 अप्रैल: दूसरा ट्रांसफार्मर भी खराब हो गया, जिससे छह सबस्टेशन ठप हो गए।
– अब लखनऊ से नया ट्रांसफार्मर आने का इंतजार किया जा रहा है। लाखों लोग बिजली संकट से जूझ रहे हैं। घरों के इन्वर्टर भी बंद पड़ गए। पेयजल संकट भी गहराया।
अधिकारियों की सुस्ती पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले ट्रांसफार्मर के फेल होने के बाद तुरंत कार्रवाई क्यों नहीं की गई? यदि समय पर सुधार होता, तो आज यह संकट नहीं आता। अब चार से पांच दिन तक बिजली आपूर्ति ठप रह सकती है।
बिजली विभाग की ओर से दोहना ट्रांसमिशन से सप्लाई बहाल करने की कोशिश की जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि कुछ दिनों में नया ट्रांसफार्मर आने के बाद स्थिति सामान्य होगी। स्थानीय जनता नाराज है और उचित समाधान की मांग कर रही है।