नोटिस में 15 दिन का समय…दो दिन में ही चला दिया बुलडोजर, भाजपा नेता की मार्केट के ध्वस्तीकरण में नया मोड़

बरेली। आईवीआरआई रोड स्थित भाजपा नेता की मार्केट पर शनिवार को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी। व्यापारियों ने बीडीए अफसरों पर भवन स्वामी भाजपा नेता से सांठगांठ करने का आरोप लगाया है। कहा कि बीडीए ने नोटिस में 15 दिन का समय दिया था, जबकि दो दिन में ही कार्रवाई कर दी गई।
बरेली के आईवीआरआई के पास स्थित भाजपा नेता हरिशंकर गंगवार की मार्केट के ध्वस्तीकरण के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। व्यापारियों के मुताबिक, बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की ओर से 23 अप्रैल को भवन स्वामी हरिशंकर गंगवार और गीता गंगवार को नोटिस जारी कर प्रपत्रों को जमा करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया था, लेकिन दो दिन में ही बिल्डिंग ढहा दी गई। व्यापारी इस कार्रवाई को लेकर बीडीए अफसरों पर सांठगांठ का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने बीडीए की ओर से जारी नोटिस को भी सार्वजनिक किया है।
उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष शोभित सक्सेना ने कहा कि वर्ष 2024 से ही बीडीए नोटिस जारी कर रहा है। ध्वस्तीकरण में इसलिए तेजी दिखाई गई, ताकि व्यापारी इसमें हस्तक्षेप न कर सकें। कमिश्नर के यहां दाखिल अपील को भी बीडीए ने नजरअंदाज कर दिया। इस मामले को लेकर अब सभी व्यापार मंडल एक हो गए हैं। 30 अप्रैल से बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। इसकी रूपरेखा तैयार हो चुकी है, पर अभी इसे सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।
भवन स्वामी ने लिखकर दिया, हमें नहीं करानी कंपाउंडिंग : उपाध्यक्ष
बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंडन ए ने बताया कि नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद भवन स्वामी ने लिखित में अपना जवाब दाखिल करते हुए कहा कि उसे कंपाउंडिंग नहीं करानी है। ऐसे में नोटिस का कोई औचित्य नहीं रह जाता। इसी वजह से ध्वस्तीकरण किया गया है। इसमें भवन स्वामी को कोई आपत्ति भी नहीं है।
यह है मामला
दो दशक पहले मानचित्र स्वीकृत कराए बिना बनाई गई भाजपा नेता की मार्केट को शनिवार को बीडीए ने जमींदोज कर दिया था। दूसरी ओर, मार्केट के दुकानदारों ने नक्शा स्वीकृत होने का दावा करते हुए बीडीए अधिकारियों पर भवन स्वामी हरिशंकर गंगवार से सांठगांठ का आरोप लगाया। कहा कि भवन स्वामी सत्ता पक्ष से ताल्लुक रखते हैं। वह खुद ही इस जगह को खाली कराना चाहते थे।
दोपहर में नोकझोंक, शाम को कार्रवाई
कार्रवाई से पहले शनिवार दोपहर में उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल की बरेली इकाई के पदाधिकारियों ने बीडीए कार्यालय पहुंचकर उपाध्यक्ष से मिलने का प्रयास किया था। बीडीए उपाध्यक्ष ने दो-तीन व्यापारियों से ही मिलने की बात कही तो व्यापारी वहीं धरने पर बैठ गए थे। इसके बाद उपाध्यक्ष ने मुलाकात की तो दोनों पक्षों में नोकझोंक हुई थी।
मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने स्थिति को संभाला। सीओ प्रथम ने जिलाध्यक्ष देवेंद्र जोशी, विशाल मल्होत्रा और राजकुमार को ले जाकर बीडीए उपाध्यक्ष से मुलाकात कराई। व्यापारियों के मुताबिक, मुलाकात के दौरान बीडीए उपाध्यक्ष ने सोमवार को बातचीत करने की बात कही थी, लेकिन शाम को ही कार्रवाई कर दी गई।