छत से लौटे नहीं राजेंद्र… बारिश में मौत बनकर गिरी बिजली

बरेली। रविवार की सुबह बारिश की पहली बूंदें जहां मौसम को सुहाना बना रही थीं, वहीं बहेड़ी के सकरस गांव में एक परिवार के लिए यह सुबह कभी न भूल पाने वाला दुख बनकर आई। बारिश के पानी से घर की छत को बचाने गए 50 वर्षीय राजेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव पर आकाशीय बिजली कहर बनकर टूटी और उनकी जान ले गई।
सुबह 6 बजे छत पर गए थे पानी हटाने
गांव सकरस निवासी राजेंद्र प्रसाद के मकान की छत पर बारिश का पानी भर गया था। हमेशा की तरह जिम्मेदारी निभाने वाले राजेंद्र सुबह छह बजे छत पर गए और पानी निकालने लगे। किसी को क्या पता था कि यह उनकी जिंदगी की आखिरी सुबह होगी।
बिजली गिरी और वहीं ढेर हो गए राजेंद्र
पानी निकालते वक्त अचानक तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी और सीधे राजेंद्र प्रसाद पर कहर बनकर टूटी। बिजली गिरने की आवाज तो गांव में कई लोगों ने सुनी, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि यह आवाज किसी की जिंदगी छीन चुकी है।
पत्नी ने दोपहर में देखा, तो होश उड़ गए
राजेंद्र की पत्नी मुन्नी देवी, जो घर में ही थीं, उन्हें कुछ असामान्य लगा जब राजेंद्र काफी देर तक नीचे नहीं लौटे। दोपहर में जब वह छत पर गईं, तो वहां पति का निर्जीव शरीर देखकर चीख उठीं। गांव में शोर मच गया और लोग दौड़ पड़े, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
प्रशासन पहुंचा, शव भेजा गया पोस्टमार्टम को
सूचना पर पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। गांववालों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।
राजेंद्र प्रसाद की मौत के बाद गांव में हर चेहरा उदास है। अकेले रहने वाले दंपती की यह त्रासदी हर किसी को झकझोर गई है। लोग प्रशासन से सहायता की मांग कर रहे हैं ताकि मुन्नी देवी को इस दुख की घड़ी में सहारा मिल सके।