शिक्षा को नई उड़ान: योगी सरकार ने बच्चों के खातों में भेजी प्रोत्साहन राशि, मेधावी छात्रों को मिला सम्मान

बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को नया आयाम देने के उद्देश्य से ‘मुख्यमंत्री निपुण प्लस स्पॉट असेसमेंट योजना’ का वर्चुअल शुभारंभ लखनऊ स्थित लोक भवन से किया। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण बरेली के कलेक्ट्रेट सभागार में भी हुआ, जहां जिले के प्रभारी मंत्री जे.पी.एस. राठौर और कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सहभागिता की।
कार्यक्रम के दौरान दोनों मंत्रियों ने योजना की सराहना करते हुए कहा कि सरकार बच्चों के सर्वांगीण विकास और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए लगातार प्रयासरत है। इस अवसर पर जिले के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित कर पुरस्कार वितरित किए गए, जिससे समारोह का माहौल गौरवपूर्ण हो रहा है।
बच्चों के चेहरों पर खिला उत्साह, खातों में पहुँची 1200 रुपये की प्रोत्साहन राशि
कार्यक्रम के बाद कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मेधावी छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से 1,200 रुपये की प्रोत्साहन राशि छात्रों के बैंक खातों में सीधे भेजी गई। बच्चों में इस आर्थिक सहयोग को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
शिक्षकों को मिले टेबलेट, शिक्षा में आएगा डिजिटल सशक्तिकरण
सरकार की तकनीकी पहल के तहत शिक्षकों को टेबलेट वितरित किए गए। इससे शिक्षा में डिजिटल संसाधनों के प्रयोग को बढ़ावा मिलेगा और पढ़ाई को आधुनिक तकनीकों से जोड़ा जा सकेगा। प्रभारी मंत्री जे.पी.एस. राठौर ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए उनके प्रयासों की सराहना की और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
यूनिफॉर्म, जूते-मोजे के लिए भी डीबीटी से मिली सहायता
सरकार द्वारा बच्चों को यूनिफॉर्म, जूते और मोजों के लिए आवश्यक धनराशि भी डीबीटी के माध्यम से प्रदान की गई। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई बच्चा जरूरी वस्त्रों के अभाव में शिक्षा से वंचित न रह जाए।
विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, प्रभारी मंत्री जे.पी.एस. राठौर के साथ-साथ बरेली के महापौर डॉ. उमेश गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, एमएलसी महाराज सिंह, जिलाधिकारी अविनाश सिंह, एडीएम प्रशासन पूर्णिमा सिंह, शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षकगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
योगी सरकार की यह पहल न सिर्फ बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करेगी, बल्कि डिजिटल इंडिया के विजन को साकार करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।