खून भी शर्मसार: बेटे-बहू ने 70 साल के पिता को कुत्ते से भी बदतर ज़िंदगी दी

बरेली। जिस उम्र में बेटे पिता की लाठी बनते हैं, उसी उम्र में 70 वर्षीय बुज़ुर्ग को अपने ही खून से ऐसी यातनाएं मिलीं कि इंसानियत शर्मसार हो गई। इज्जतनगर थाना क्षेत्र के रहपुरा चौधरी गांव में जमीन हड़पने की सनक ने रिश्तों को हैवानियत में बदल दिया। आरोप है कि कलयुगी बेटे और बहू ने बुज़ुर्ग पिता को रस्सी से बांधकर पीटा, भूखा रखा और कुत्ते की झूठी रोटी तक खाने को मजबूर किया।
“अगर मुझे कुछ हुआ, तो मेरा कातिल मेरा ही बेटा होगा”
डरा‑सहमा बुज़ुर्ग मुकद्दर शुक्रवार को अपने पांच बेटों के साथ SSP कार्यालय पहुंचा। कांपती आवाज़ में उसने अफसरों से कहा “अगर मुझे कुछ हुआ, तो मेरा कातिल मेरा ही बेटा शाकिर बेग होगा।” SSP कार्यालय में उसकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।
पहले पत्नी को पीटा, अब पिता निशाने पर
मुकद्दर ने बताया कि उसका बड़ा बेटा शाकिर बेग वर्षों से उसे प्रताड़ित कर रहा है। करीब छह साल पहले शाकिर ने उसकी पत्नी हमीदन के साथ बेरहमी से मारपीट की थी। सीने पर लात मारने के बाद गंभीर हालत में इलाज चला और अंततः पत्नी की मौत हो गई। बुज़ुर्ग का आरोप है कि अब वही बेटा उसे भी जान से मारने की धमकियां दे रहा है।
छह महीने तक भूखा रखा, जमीन लिखाने का दबाव
पीड़ित के मुताबिक बीते छह महीनों से वह बड़े बेटे शाकिर के घर रह रहा था। इस दौरान शाकिर, उसकी पत्नी रिहाना, बेटी लइवा और बेटे इब्राहिम व साजिल ने मिलकर उसे लगातार प्रताड़ित किया। कभी भोजन नहीं दिया गया, कभी रस्सी से बांधकर कुत्ते के पास छोड़ दिया गया, कभी कुत्ते की बची रोटी खाने को मजबूर किया गया
हर रोज एक ही दबाव बनाया जाता रहा “जमीन हमारे नाम कर दो।” अत्याचार असहनीय होने पर मुकद्दर किसी तरह वहां से निकलकर अपने दूसरे बेटों के पास पहुंचा।
इलाज के पैसों से भड़की हैवानियत
परिजनों की सलाह पर मुकद्दर ने अपनी पैतृक संपत्ति को लेकर पांचों बेटों की सहमति से एक अनुबंध कराया और उससे मिले पैसों से इलाज कराया। यही बात शाकिर और उसकी पत्नी को नागवार गुजरी। इसके बाद गाली‑गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकियां और बढ़ गईं।
गला दबाकर हत्या की कोशिश
पीड़ित ने बताया कि 8 दिसंबर को शाकिर अपनी पत्नी, बेटी और दोनों बेटों के साथ उस घर पहुंचा जहां मुकद्दर अपने छोटे बेटे शारिक के साथ रह रहा था। आरोप है कि घर में घुसते ही शाकिर ने मुकद्दर के गले पर पैर रखकर उसकी हत्या की कोशिश की। बचाने आए शारिक को भी बेरहमी से पीटा गया। जाते‑जाते शाकिर ने धमकी दी “जमीन नहीं लिखी तो ऐसा कांड करूंगा कि पूरा जिला हिल जाएगा।”
झूठे मुकदमों में फंसाने का भी आरोप
मुकद्दर का आरोप है कि शाकिर पहले भी कई लोगों को झूठे मुकदमों में फंसा चुका है। कुछ समय पहले उसने अपने छोटे बेटे पर पत्नी और बेटी के जरिए झूठा केस तक दर्ज करा दिया था।
SSP ने जांच सौंपी, बुज़ुर्ग ने मांगी सुरक्षा
SSP कार्यालय में फूट‑फूट कर रोते हुए बुज़ुर्ग ने अपनी जान की सुरक्षा की गुहार लगाई। उसने साफ कहा कि अगर उसके साथ कुछ होता है तो इसका जिम्मेदार सिर्फ शाकिर बेग होगा। SSP कार्यालय ने पूरे मामले की जांच इज्जतनगर पुलिस को सौंप दी है।






