बरेली में बड़ा रेल हादसा टला: टनकपुर-बरेली पैसेंजर को पलटाने की साजिश नाकाम

बरेली। बरेली-पीलीभीत रेलखंड पर रविवार रात उस वक्त एक भीषण हादसा होते-होते टल गया, जब अराजक तत्वों ने टनकपुर-बरेली पैसेंजर ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश रची। दोहना स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर पत्थर भर दिए गए और ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइन (OHE) के लोहे के एंगल को काटकर पटरियों पर डाला गया। लोको पायलट की मुस्तैदी ने इस साजिश को विफल कर दिया, जिससे ट्रेन में सवार सैकड़ों यात्रियों की जान बच गई।
ट्रेन आते ही ट्रैक पर मिला ‘मौत का जाल’
05307 टनकपुर-बरेली जंक्शन पैसेंजर ट्रेन प्रतिदिन रात 9:30 बजे टनकपुर से रवाना होकर करीब 12:55 बजे बरेली पहुंचती है। रविवार रात करीब 11:58 बजे जब ट्रेन दोहना स्टेशन के पास पहुंची, तो लोको पायलट को ट्रैक पर कुछ गड़बड़ी का आभास हुआ। उसने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी।
जांच करने पर पाया गया कि ट्रैक की कैंची (स्विचिंग प्वाइंट) में जानबूझकर पत्थर भरे गए थे। इसके अलावा ओएचई की अर्थ लाइन के 8-TDR और 4-TDR एंगल को क्षतिग्रस्त कर उन्हें पटरियों पर डाल दिया गया था। यह साफ तौर पर ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश थी।
तुरंत हरकत में आई सुरक्षा एजेंसियां
लोको पायलट की सूचना पर कंट्रोल रूम में हड़कंप मच गया। जीआरपी इंस्पेक्टर अभिषेक शर्मा और भोजीपुरा पुलिस तत्काल मौके पर पहुंचे। करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद पटरियों से पत्थर और एंगल हटाकर ट्रैक को क्लियर किया गया, जिसके बाद ट्रेन को सुरक्षित रवाना किया गया।
आरपीएफ और पुलिस की संयुक्त जांच शुरू
घटना को देखते हुए आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने जांच शुरू कर दी है। जीआरपी इंस्पेक्टर ने बताया कि ये शरारती तत्वों की करतूत प्रतीत होती है, लेकिन इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। रेलवे ट्रैक पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और संदिग्धों की तलाश तेज़ कर दी गई है।
रेलवे प्रशासन ने बढ़ाई सतर्कता
रेलवे अधिकारियों ने इस घटना को गंभीर मानते हुए ट्रैक निगरानी को और कड़ा करने के निर्देश दिए हैं। तकनीकी टीम को भी अलर्ट किया गया है और स्टेशन के आसपास सीसीटीवी और गश्त को बढ़ाया जा रहा है।