गुमशुदा मोबाइलों की सबसे बड़ी रिकवरी: बरेली पुलिस ने लौटाए 60 लाख के 290 फोन
तकनीक और तत्परता की मिसाल बनी बरेली पुलिस, लोगों ने कहा— "भरोसा लौटा दिया"

बरेली। पुलिस ने एक बार फिर अपने कर्मठता और तकनीकी दक्षता से यह साबित कर दिया कि यदि इरादे मजबूत हों तो जनता की खोई उम्मीद भी वापस लाई जा सकती है। जिले में चलाए गए एक विशेष अभियान के तहत पुलिस ने 290 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को सौंप दिए। इन फोन की कुल अनुमानित कीमत करीब ₹60 लाख बताई जा रही है।
यह सराहनीय उपलब्धि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली के निर्देशन और सर्विलांस सेल व तकनीकी टीमों के संयुक्त प्रयासों से संभव हो सकी। मोबाइलों की वापसी पर नागरिकों के चेहरों पर संतोष, आंखों में आंसू और पुलिस के लिए दिल से निकला धन्यवाद देखने को मिला।
CEIR पोर्टल बना गेमचेंजर, पुलिस की सटीक ट्रैकिंग से मिली सफलता
इस पूरे अभियान में CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल ने मुख्य भूमिका निभाई। सर्विलांस सेल और थानों में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटरों ने IMEI ट्रेसिंग, मोबाइल नेटवर्क विश्लेषण और अन्य तकनीकी टूल्स की मदद से गुमशुदा फोनों की लोकेशन का सटीक पता लगाया।
इस पूरी प्रक्रिया को बरेली पुलिस की “टेक्नो-कमांडो” शैली कहा जा सकता है, जहां मानव श्रम और डिजिटल दक्षता का बेहतरीन समन्वय दिखा।
रविन्द्रालय में भावुक पल, एसएसपी ने बढ़ाया पुलिसकर्मियों का हौसला
इन बरामद मोबाइलों को आज रिजर्व पुलिस लाइन्स स्थित रविन्द्रालय में आयोजित एक औपचारिक कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) मानुष पारीक द्वारा उनके असली मालिकों को सौंपा गया। समारोह में कई भावनात्मक क्षण भी सामने आए, जब महीनों से गुम मोबाइल पाकर लोग अपने आंसू नहीं रोक सके।
इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा तीन पुलिसकर्मियों को नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया—
कांस्टेबल प्रीति सागर (थाना मीरगंज)
कंप्यूटर ऑपरेटर जतिन सक्सेना (थाना फतेहगंज पूर्वी) कांस्टेबल मयूर (थाना शेरगढ़)
साथ ही कोतवाली, प्रेमनगर, कैंट, सुभाषनगर, बारादरी, सिरौली, भमौरा, फरीदपुर, भुता और शीशगढ़ थानों के पुलिसकर्मियों को भी प्रशस्ति पत्र