बरेली में धूमधाम से मनाई गई ईद-उल-अज़हा, मस्जिदों में उमड़ी नमाजियों की भीड़, सुन्नते इब्राहीमी का सिलसिला शुरू

बरेली।आज बरेली सहित पूरे देश में ईद-उल-अज़हा का पवित्र पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और अमन-चैन के साथ मनाया गया। शहर की ईदगाह और तमाम मस्जिदों में सुबह से ही नमाजियों की भारी भीड़ उमड़ी। ईद की नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी और हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की सुन्नत को निभाते हुए कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ। इस मौके पर मुल्क की अमन-चैन और खुशहाली के साथ-साथ फिलिस्तीन के मुसलमानों के लिए खास दुआएं की गईं।
शहर में ईद की नमाज का दौर
बरेली की ऐतिहासिक बाकरगंज ईदगाह में मुख्य नमाज सुबह 10:00 बजे काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती असजद रजा कादरी (असजद मियां) ने अदा कराई। नमाज के बाद खुत्बा पढ़ा गया और खास दुआ की गई। इस दौरान जमात रजा मुस्तफा के महासचिव फरमान मियां और ईदगाह कमेटी के सदर खलील अहमद ने सभी को गले लगाकर ईद की बधाई दी। इमामों ने अपने खुत्बों में हजरत इब्राहीम और हजरत इस्माइल अलैहिस्सलाम की कुर्बानी के मशहूर वाकये का जिक्र करते हुए मुसलमानों को अल्लाह की राह में सबसे प्यारी चीज कुर्बान करने की प्रेरणा दी।
शहर की सबसे पहली नमाज बाजार संदल स्थित दरगाह वली मियां की चांद मस्जिद में सुबह 5:35 बजे अदा की गई। दरगाह के नासिर कुरैशी ने बताया कि सबसे आखिरी नमाज दरगाह आला हजरत की रजा मस्जिद में मुफ्ती जईम रजा ने सुबह 10:30 बजे अदा कराई। यहां अल्लामा तौसीफ रजा खान (तौसीफ मियां) ने खास दुआ की। इस मौके पर दरगाह प्रमुख हजरत सुब्हानी मियां, सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां, मुफ्ती सलीम नूरी बरेलवी, नासिर कुरैशी, मंजूर रजा, हाजी जावेद खान, अजमल नूरी, औरंगजेब नूरी, परवेज नूरी, शाहिद नूरी, ताहिर अल्वी, नाजिम रजा सहित खानदान के बुजुर्गों ने नमाज अदा की और एक-दूसरे को मुबारकबाद दी।
विभिन्न मस्जिदों में नमाज का समय
– दरगाह ताजुश्शरिया: सुबह 6:30 बजे
– दरगाह शाह शराफत अली मियां: सुबह 7:00 बजे
– खानकाह-ए-वामिकिया निशातिया: सुबह 7:30 बजे
– दरगाह बशीर मियां: सुबह 8:30 बजे
– खानकाह-ए-नियाजिया, किला की जामा मस्जिद, दरगाह नासिर नोमहला मस्जिद, दरगाह शाहदाना वली : सुबह 9:00 बजे
गढ़ी मस्जिद में नमाजियों की भारी भीड़ के कारण दो शिफ्टों में नमाज अदा की गई। पहली शिफ्ट सुबह 7:00 बजे और दूसरी 7:30 बजे हुई।
कुर्बानी और दावतों का दौर
नमाज के बाद शरई मालदार मुसलमानों ने अल्लाह की राह में जानवरों की कुर्बानी दी। यह सिलसिला 7, 8 और 9 जून तक चलेगा। घरों में तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए गए और दावतों का दौर शुरू हुआ, जो देर रात तक जारी रहेगा। बच्चों के लिए कई जगहों पर मेले भी लगाए गए, जिसने उत्सव के रंग को और बढ़ा दिया।
अमन और भाईचारे का पैगाम
ईद-उल-अज़हा के इस मौके पर बरेली ने एक बार फिर अमन, भाईचारे और आपसी मोहब्बत का पैगाम दिया। शहर में हर तरफ खुशी और उत्साह का माहौल रहा। लोगों ने एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटीं और मुल्क की तरक्की व अमन की दुआएं मांगीं।





