नगर निगम की किराया वृद्धि पर व्यापारियों का फूटा गुस्सा, महापौर को सौंपीं दुकानें लौटाने की चेतावनी

बरेली। नगर निगम द्वारा दुकानों के किराए में कई गुना वृद्धि और उस पर 18% जीएसटी लगाने के फैसले ने शहर के 1400 से अधिक किराएदारों को आक्रोशित कर दिया है। व्यापारियों का आरोप है कि निगम के अधिकारी दुकानों पर जाकर कह रहे हैं कि अब जो किराया पहले सालाना लिया जाता था, वह अब मासिक रूप से वसूला जाएगा और उस पर अलग से जीएसटी भी देनी होगी।
इस निर्णय को लेकर व्यापारियों में भारी असंतोष है। उत्पीड़न से परेशान होकर सैकड़ों किराएदारों ने पार्षद राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में महापौर डॉ. उमेश गौतम से मुलाकात की और विरोध पत्र सौंपा। व्यापारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि निगम ने मनमानी जारी रखी तो वे अपनी दुकानों की चाबियां महापौर को सौंप देंगे।
पार्षद अग्रवाल ने कहा, “किरायानामा की शर्तों से इतर कोई भी वृद्धि गैरकानूनी है। निगम पुराने किराएदारों का किराया भी स्वीकार नहीं कर रहा, जो अनुचित है। व्यापारी इसे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेंगे।”
महापौर ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि किसी भी दुकानदार के साथ अन्याय नहीं होगा और मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी।
विरोध जताने वालों में एस.एस. चावला, राजकुमार, संजय भानु, नरेंद्र कुमार, मोहम्मद जावेद, जसपाल सिंह, रमेश कुमार, अफजाल, आशु, पंकज, विशाल, मोहित अरोड़ा, जतिन यादव, विवेक गर्ग, अमन टंडन, मोहम्मद आज़म, शिव चावला, रवि शंकर, राजाराम, सचिन गुप्ता, दर्शन कुमार, कैलाश चंद्र, वरुण, अमर सिंह, अमरजीत सिंह, बसंत राम चावला, जमशेद हुसैन सहित कई व्यापारी शामिल रहे।