अपमान और शोषण से लेखपाल की गई जान, कार्रवाई न होने पर आंदोलन और तेज़ करने की चेतावनी

बरेली। हापुड़ में एक लेखपाल की शोषण और अपमानजनक कार्रवाई से मानसिक तनाव में आकर हुई हार्ट अटैक से मौत के बाद प्रदेशभर के लेखपालों में आक्रोश है। इसी कड़ी में सोमवार को बहेड़ी तहसील परिसर में लेखपाल संघ के आवाहन पर लेखपालों ने कार्य बहिष्कार कर हड़ताल की।
लेखपालों ने तहसील परिसर में बैठकर नारेबाज़ी की और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा, जिसमें मामले की निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग की गई।
हापुड़ में एक लेखपाल को वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार अपमानित करने, दबाव बनाने और दंडात्मक कार्रवाई की धमकियों से मानसिक तनाव में डाल दिया गया था। लेखपाल की हार्ट अटैक से मौत हो गई। यह घटना पूरे राजस्व विभाग में नाराजगी की वजह बन गई।
लेखपाल संघ ने क्या कहा?
हिमांशु गौड़, तहसील अध्यक्ष, लेखपाल संघ ने कहा:
“जो लेखपाल दिन-रात मेहनत कर फील्ड से लेकर दफ्तर तक की जिम्मेदारी निभाते हैं, उनके साथ ऐसा व्यवहार बेहद निंदनीय है। प्रशासन को संवेदनशील रवैया अपनाना चाहिए।”
संदेश सिंह, जिला मंत्री, लेखपाल संघ बोले:
“हमारा आंदोलन जारी रहेगा। यदि मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन का दायरा और बढ़ाया जाएगा।”
मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन
हड़ताल के बाद लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी (एसडीएम) को सौंपा, जिसमें शोषण के खिलाफ कार्रवाई, लेखपालों की सुरक्षा और गरिमा की रक्षा की मांग की गई है।
हड़ताल में शामिल प्रमुख लेखपाल:
राहुल राठौर, अंकित सक्सेना, योगेश कुमार, अवनीश कुमार, विशंभर नाथ, माशूक अहमद समेत अन्य लेखपालों ने इस आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की।