सनराइज अस्पताल के डाक्टर, प्रबंधक पर लिखी प्राथमिकी इज्जतनगर थाने में ट्रांसफर

बरेली। मरीज की मौत के बाद सनराइज अस्पताल के डाक्टर व प्रबंधक के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत हो गई है। आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी रुपये लेकर उपचार किया। मरीज की मृत्यु के बाद आश्वासन देने के बाद भी रुपये – वापस नहीं किए। मामले में भमोरा थाने में प्राथमिकी लिखी गई थी जिसे अब इज्जतनगर थाने में ट्रांसफर कर दिया है। भमोरा के झिझरी गांव निवासी लक्ष्मी देवी ने पुलिस को बताया कि उनके पति उवैश की 25 सितंबर 2025 को अचानक से हालत बिगड़ गई थी। वह उन्हें तत्काल ही नेइज्जतनगर थाना क्षेत्र स्थित सनराइज मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल लेकर पहुंची। वहां उन्हें भर्ती कराया। अस्पताल के प्रबंधक सोहेल खान ने कहा कि उवैश का पूरा उपचार आयुष्मान से किया जाएगा। आरोप है कि दो घंटे बाद ही अस्पताल प्रबंधन ने रुपये मांगना शुरू कर दिया। कहा कि यदि अभी उपचार नहीं किया. तो मरीज की मृत्यु हो जाएगी। लक्ष्मी का आरोप है कि किसी तरह से उन्होंने कर्ज लेकर अस्पताल को कई बार में 5.50 लाख रुपये दिए। इसके बाद भी दो अक्टूबर को उनके पति की मौत हो गई। आरोप है कि हंगामा होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने
कहा कि वह उनका सभी रुपया लौटा देंगे और पांच लाख रुपये सरकार से भी दिलवाएंगे। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने सादा कागजों पर हस्ताक्षर कराए और पोस्टमार्टम नहीं होने दिया। इसके बाद 13 अक्टूबर को अस्पताल प्रबंधन ने उनके पति का नगर निगम से मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनवा दिया, मगर इलाज की रकम नहीं लौटाई। एसएसपी के आदेश पर अस्पताल के डाक्टर रिहान अहमद और प्रबंधक सोहिल के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी गई है।






