कौशल विकास में करोड़ों का खेल! फर्जी छात्रों के नाम पर डकार गए सरकारी फंड

बरेली। युवाओं को रोजगार से जोड़ने के नाम पर चल रही प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) अब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती दिख रही है। बरेली के डोहरा रोड स्थित देवभूमि प्राइवेट आईटीआई पर फर्जी छात्रों के नाम पर करोड़ों की सरकारी राशि हड़पने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSDC) की जांच में संस्थान का फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद बिथरी पुलिस ने धोखाधड़ी की FIR दर्ज की है।
बायोमेट्रिक में फंसा फर्जीवाड़ा, 24 हाजिरी निकली फर्जी
कौशल विकास मंत्रालय की विशेष टीम ने 22 जनवरी 2025 को देवभूमि आईटीआई पर छापा मारा था।जांच में दो बैचों में प्रशिक्षण चलने की बात सामने आई।
बायोमेट्रिक हाजिरी सिस्टम चेक करने पर 24 छात्रों की फर्जी हाजिरी पाई गई।
फर्जी आईडी से सरकारी फंड की वसूली की जा रही थी।
जवाब नहीं दिया संस्थान ने, फिर दर्ज हुई FIR
गड़बड़ी सामने आने के बाद NSDC ने संस्था को नोटिस देकर जवाब तलब किया, लेकिन संस्थान की ओर से कोई उत्तर नहीं दिया गया।
इसके बाद NSDC के स्टेट कोऑर्डिनेटर दीपक चतुर्वेदी ने 6 जून को बिथरी चैनपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत में कहा गया कि —“संस्थान ने साजिश के तहत फर्जी पंजीकरण कर सरकारी धन का गबन किया है।”
कई और केंद्र भी रडार पर
NSDC की छानबीन यहीं नहीं रुकी है। सूत्रों की मानें तो बरेली के कई अन्य कौशल विकास केंद्रों पर भी इसी तरह के फर्जीवाड़े की शिकायतें मिली हैं। कई जगह छात्रों का पंजीकरण दिखाकर फंड लिया जा रहा है, जबकि न तो प्रशिक्षण दिया जा रहा, न ही छात्र मौजूद हैं।
NSDC ने साफ कर दिया है कि अन्य केंद्रों पर भी जल्द छापेमारी और सख्त कार्रवाई होगी।
“योजना का लाभ असली हकदारों तक पहुंचे” — NSDC
एनएसडीसी ने पुलिस से अपील की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि इस योजना का लाभ असल में जरूरतमंद बेरोजगार युवाओं तक पहुंच सके और सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लग सके।