“या तो उसे छोड़ दो या रास्ते से हटा दो” — प्रेमिका की धमकी पर पति ने रची कत्ल की खौफनाक साजिश

बरेली। प्रेम में पागल पति ने अपनी ही पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। वजह थी — प्रेमिका का दबाव। “या तो पत्नी को छोड़ो या उसे हटाओ” — इस एक लाइन ने एक निर्दोष महिला की जान ले ली। अमरवती हत्याकांड में पुलिस ने शुक्रवार को इस दिल दहला देने वाली वारदात का खुलासा करते हुए पति ओमसरन और उसकी प्रेमिका मन्नत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
“पत्नी को हटाओ, वरना मुझे भूल जाओ”
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि मन्नत सैनी उर्फ दीप उर्फ निधि, तीन बच्चों की मां है और पति से अलग रह रही थी। वह पिछले छह महीने से ओमसरन के संपर्क में थी। मन्नत चाहती थी कि ओमसरन अपनी पत्नी अमरवती को छोड़कर सिर्फ उसी के साथ रहे। जब ओमसरन ने बहाने बनाने शुरू किए, तो मन्नत ने साफ अल्टीमेटम दे दिया — “या तो पत्नी को छोड़ो या उसे हमेशा के लिए रास्ते से हटा दो।”
लूट की झूठी कहानी से गुमराह करने की कोशिश
बुधवार रात ओमसरन ने बरेली-बदायूं सीमा के पास ग्राम कंथरी में अपनी पत्नी अमरवती की हत्या कर दी। बाद में पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने कहानी गढ़ी कि लुटेरों ने उन पर हमला कर दिया, गहने और नकदी लूट ली और विरोध करने पर पत्नी पर धारदार हथियार से वार कर दिया। अमरवती की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस की सूझबूझ से सुलझी साजिश की परतें
प्रथम दृष्टया मामला लूट का लग रहा था, लेकिन ओमसरन के बयानों में लगातार विरोधाभास नजर आने लगा। पुलिस ने जब गहन पूछताछ की तो वह टूट गया और सारा सच उगल दिया। इसके बाद पुलिस ने शुक्रवार सुबह मन्नत को करगैना क्षेत्र स्थित किराए के मकान से गिरफ्तार कर लिया।
प्रेमिका का कबूलनामा: “डर था कि कहीं मुझे भी न छोड़ दे”
गिरफ्तारी के बाद मन्नत ने भी जुर्म कबूल कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि उसे यह डर सताने लगा था कि ओमसरन भी उसे छोड़ सकता है। इसी आशंका में उसने उसे उकसाया और लगातार दबाव बनाया कि वह अपनी पत्नी को रास्ते से हटा दे।
पुलिस टीम की सराहनीय कार्रवाई
इस चर्चित हत्याकांड के खुलासे में पुलिस की सक्रियता और तत्परता काबिल-ए-तारीफ रही। गिरफ्तारी की कार्रवाई में उपनिरीक्षक कैलाश चंद्र, कांस्टेबल हसीब, कपिल, और महिला कांस्टेबल दयावती की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
अब दोनों सलाखों के पीछे
मन्नत के खिलाफ हत्या की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों अभियुक्तों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।