वृद्धा को मरा बताकर बंद की पेंशन, डीएम के आदेश पर सचिव सस्पेंड

भुता। जीवित बुजुर्ग महिला को सरकारी रिकॉर्ड में मृत दिखाकर उसकी वृद्धावस्था पेंशन बंद कराने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। डीएम अविनाश सिंह के आदेश पर पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया है, जबकि पंचायत सहायक को नोटिस जारी किया गया है।
दरअसल, ग्राम अहरोला निवासी विद्या देवी गुरुवार को कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान डीएम के सामने पहुंचीं और बताया कि वह जिंदा हैं, लेकिन विभाग ने उन्हें “मृत” घोषित कर उनकी पेंशन रोक दी। उन्होंने कहा कि पति सुम्मेर लाल की मृत्यु के बाद बड़ी मुश्किल से विधवा पेंशन स्वीकृत हुई थी, लेकिन कुछ माह से पेंशन आना बंद हो गया। जब जानकारी ली गई तो पता चला कि रिकॉर्ड में उन्हें मृत दर्ज कर दिया गया है।
डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीपीआरओ को तत्काल जांच के निर्देश दिए। डीपीआरओ ने प्रकरण की जांच बीडीओ भुता को सौंपी। जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि पंचायत सचिव ने स्वयं सर्वे नहीं किया, बल्कि पंचायत सहायक से जांच कराकर गलत रिपोर्ट लगा दी।
रिपोर्ट आने के बाद डीपीआरओ कमल किशोर ने सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और पंचायत सहायक को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
डीएम ने कहा, “जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर उसका हक छीनना गंभीर लापरवाही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और वृद्धा की पेंशन तुरंत बहाल की जा रही है।”






