कांवरियों पर मुस्लिम समुदाय ने बरसाए फूल, ढोल की थाप पर हुआ स्वागत

बरेली। सावन के आखिरी सोमवार की पूर्व संध्या पर बरेली ने एक ऐसी मिसाल पेश की जो आने वाली पीढ़ियों को भाईचारे का पाठ पढ़ाएगी। बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा इलाके से जल भरने निकले हजारों कांवरियों का स्वागत मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूलों की वर्षा और ढोल-नगाड़ों की गूंज के साथ किया। जहां एक ओर शिवभक्तों की टोलियां हर हर महादेव के जयकारे लगा रही थीं, वहीं मुस्लिम मोहल्लों से उन पर फूलों की बरखा हो रही थी। इस नज़ारे ने ‘गंगा-जमुनी तहजीब’ को एक बार फिर जीवंत कर दिया।
एकता का उत्सव बना कांवर यात्रा का यह पड़ाव
कुछ वर्ष पूर्व तक यही इलाका विवादों के लिए सुर्खियों में रहता था। कांवर यात्रा और ताजिए जैसे आयोजनों को लेकर अकसर तनाव की स्थिति बन जाती थी। लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य की सक्रिय पहल और सतत संवाद नीति ने हालात को बदल दिया। SSP ने स्थानीय गणमान्य लोगों, धर्मगुरुओं और मोहल्ला प्रतिनिधियों के साथ बैठकों की श्रृंखला चलाई, जिससे पारस्परिक विश्वास मजबूत हुआ।
ढोल की थाप पर बरसी एकता की मिठास
रविवार को जब कांवरियों का विशाल जत्था जोगी नवादा से निकला, तो मुस्लिम समुदाय के युवाओं ने न सिर्फ उन्हें पानी पिलाया, बल्कि सड़क किनारे खड़े होकर ढोल बजाए और फूलों की वर्षा की। कांवड़ियों ने भी दोनों हाथ जोड़कर मुस्कराते हुए इसका अभिवादन किया। हर तरफ “बोल बम” और “अल्लाहो अकबर” की गूंज के बीच सौहार्द का नज़ारा देखने वालों की आंखे भीग गईं।