ANTF और बरेली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई, असम की महिला तस्कर प्रियंका दास और उसकी साथी सिमरन कौर गिरफ्तार

बरेली। उत्तर भारत में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले एक हाईटेक ड्रग नेटवर्क का पर्दाफाश बरेली पुलिस और ANTF की संयुक्त टीम ने किया है। कार्रवाई के दौरान असम की रहने वाली एक महिला तस्कर प्रियंका दास को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास से हेरोइन, अफीम, नकदी, अवैध तमंचा और हैरान कर देने वाली बिटकॉइन माइनिंग मशीन बरामद की गई है।
कैसे मिला सुराग: नागालैंड से आया इनपुट
इस नेटवर्क का खुलासा उस समय हुआ जब ANTF को नागालैंड पुलिस से एक इनपुट मिला कि तस्कर विमोल करमाकर ने बरेली में मादक पदार्थों की एक बड़ी खेप भेजी है। उसकी डिलीवरी प्रियंका दास और उसकी सहयोगी लक्षी दास द्वारा की जानी थी।
इस सूचना पर ANTF बरेली यूनिट ने तुरंत तकनीकी निगरानी (Surveillance) शुरू कर दी। संदिग्ध नंबरों और लोकेशन की लगातार ट्रैकिंग की गई।
यूनिवर्सिटी रोड पर हुई गिरफ़्तारी
पुख्ता सूचना मिलने पर टीम ने 99 बीघा, यूनिवर्सिटी रोड के पास एक महिला को रोका। उसकी पहचान प्रियंका दास निवासी असम के रूप में हुई।
ड्रग्स की डिलीवरी के लिए इस्तेमाल होती थी कार
पूछताछ में सामने आया कि यह गिरोह स्विफ्ट डिजायर कार से विभिन्न शहरों में ड्रग्स की सप्लाई करता था। बरामद गाड़ी गुरप्रीत उर्फ गोपी के नाम पर रजिस्टर्ड है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
तकनीकी तौर पर उन्नत है यह गिरोह
ANTF बरेली के उपनिरीक्षक विकास यादव ने बताया कि यह गिरोह न सिर्फ नशीले पदार्थों की सप्लाई करता था, बल्कि बिटकॉइन माइनिंग के जरिए डिजिटल फंडिंग भी कर रहा था। इससे साबित होता है कि अपराधी अब केवल पारंपरिक तरीके नहीं, बल्कि क्रिप्टोकरेंसी जैसी नई तकनीकों का इस्तेमाल भी करने लगे हैं।
NDPS और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही बरामद तमंचे और ड्रग्स को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों और नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है।