भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष साइबर ठगों के जाल में फंसे, खाते से उड़ाए 1.15 लाख

बरेली। शहर में साइबर ठगी का ऐसा हाई-प्रोफाइल मामला सामने आया है, जिसने बैंकिंग सिस्टम और पुलिस महकमे दोनों की नींद उड़ा दी है। भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष गुरमीत सिंह के खाते से 1.15 लाख रुपये रहस्यमयी तरीके से साफ हो गए। मामला इतना पेचीदा है कि पीड़ित ने ठगों के साथ बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत तक की आशंका जता दी है।
चालान लिंक से शुरू हुआ खेल
गुरमीत सिंह ने बताया कि उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप से एक चालान लिंक आया। उनके अकाउंटेंट ने लिंक खोलने की कोशिश की, लेकिन लिंक खुला ही नहीं।
मामला यहीं खत्म हो जाता, अगर उसी रात लगातार OTP की बरसात न होती और खाते से रकम उड़ना शुरू न हो जाती।
रात भर में खाते से 10-10 हजार की किश्तों में 1.10 लाख रुपये साफ हो गए। चौंकाने वाली बात तो यह है कि अगले दिन 15 अगस्त की सुबह भी खाते से 5 हजार रुपये और निकल गए, जबकि इससे पहले ही शिकायत दर्ज हो चुकी थी।
क्या बैंक के भीतर से खेल हो रहा है?
सबसे बड़ा सवाल यही है कि जब पीड़ित ने समय रहते बैंक और साइबर हेल्पलाइन (1930) पर शिकायत दर्ज करा दी थी, तो फिर पैसे दोबारा कैसे निकले?
क्या यह सिर्फ साइबर गैंग का काम है या फिर बैंक के भीतर बैठे किसी इनसाइडर ने भी ठगों का साथ दिया?
पीड़ित का कहना है कि चालान लिंक वाले नंबर से अलग-अलग मोबाइल नंबरों से भी संदिग्ध मैसेज आने लगे थे। इससे शक और गहरा गया है कि मामला सिर्फ वर्चुअल नहीं, बल्कि कहीं अंदर से ही सिस्टम हैक तो नहीं किया जा रहा?
पुलिस जांच शुरू, लेकिन रहस्य बरकरार
गुरमीत सिंह ने साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत (कंप्लेंट संख्या– 33108250095542) दर्ज कराई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन मामला अब भी सस्पेंस और सनसनी से भरा है।