दरोगा के घर से बरामद हुई लूटी हुई बाइक, कोर्ट के दबाव में हरकत में आई पुलिस

बरेली। भोजीपुरा थाना क्षेत्र में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक दरोगा के घर से लूट की बाइक बरामद हुई है। यह कार्रवाई पुलिस ने तब की, जब कोर्ट के आदेश पर लूट का मुकदमा दर्ज हुआ और पीड़ित की ओर से बार-बार न्याय की गुहार लगाई गई।
क्या है पूरा मामला?
गांव तुलसीपुर निवासी बृजेश कुमार ने बताया कि वह 13 मार्च को अपने फूफा के साथ बाइक से रिश्तेदारी से वापस लौट रहे थे। रास्ते में गांव के ही दो लोगों – धर्मवीर और सुरजीत – ने उन्हें घेर लिया और 10 हजार रुपये नकद व बाइक लूट ली।
बृजेश जब भोजीपुरा थाने गए तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने कोर्ट का सहारा लिया। कोर्ट के आदेश पर 8 जून को पुलिस ने लूट की एफआईआर दर्ज तो कर ली, लेकिन न ही बाइक बरामद की और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
दरोगा के घर से मिली लूटी हुई बाइक
बृजेश कुमार ने वकील के माध्यम से कोर्ट को अवगत कराया कि लूटी हुई बाइक अब भी आरोपियों के कब्जे में है। कोर्ट के सख्त निर्देश के बाद बुधवार को पुलिस ने भोजीपुरा के मॉडल विलेज स्थित एक दरोगा के घर से बाइक बरामद की।
इस खुलासे ने पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया है। सवाल यह उठ रहा है कि आखिर लूट की बाइक दरोगा के घर कैसे पहुंची? क्या वह आरोपियों से मिलीभगत में शामिल थे, या फिर यह किसी बड़े रैकेट का हिस्सा है?
पुलिस प्रशासन की सफाई
जब इस संबंध में इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह से पूछा गया तो उन्होंने मामले की जानकारी होने से इनकार कर दिया।
वहीं, एसपी साउथ मुकेश चंद्र मिश्रा ने कहा कि यह मामला “पेशबंदी” (बदनाम करने की साजिश) जैसा लग रहा है। उन्होंने बताया कि जांच कराई जा रही है और जांच के बाद ही सच्चाई सामने लाई जाएगी।






