“एनकाउंटर स्पेशलिस्ट” अजय साहनी को बरेली रेंज की कमान, अपराधियों में हड़कंप
कभी चार बदमाशों को एक ही दिन में किया ढेर, तीन बार डीजीपी मेडल और दो बार राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित

बरेली। उत्तर प्रदेश पुलिस के दबंग और चर्चित आईपीएस अधिकारी अजय कुमार साहनी ने बरेली रेंज के डीआईजी पद का कार्यभार संभाल लिया है। 2009 बैच के आईपीएस साहनी को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर जाना जाता है, जिनके नाम से ही अपराधियों की नींद उड़ जाती है। गुरुवार सुबह चार्ज लेने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट करते हुए कहा कि साइबर क्राइम पर नियंत्रण, कानून-व्यवस्था की सख्ती, बीट पुलिसिंग को मजबूत करना और सामाजिक सौहार्द बनाए रखना उनकी पहली जिम्मेदारी होगी।
जहां तैनात होते हैं, अपराधियों को मिलती है दो ही राह—सुधरना या सलाखों के पीछे जाना
अजय साहनी ने अपने करियर में कई कुख्यात अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एक बार सोमवार को दो साधुओं की हत्या के मामले में सात बदमाशों को ढेर कर दिया गया, जिनमें से चार को एक ही दिन में एनकाउंटर में मार गिराया गया। यह यूपी पुलिस के इतिहास में एक रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज है।
मेरठ में माफिया पर कसा शिकंजा, CAA उपद्रवियों से भी सख्ती से निपटे
साहनी ने मेरठ में बकरीद के समय अवैध ऊंट कुर्बानी पर रोक लगाने के लिए कड़े निर्देश दिए और सड़कों पर नमाज को लेकर भी सख्ती बरती। यहां शिवशक्ति नायडू समेत छह बदमाशों का एनकाउंटर किया और CAA हिंसा के दौरान छह उपद्रवियों को भी मार गिराया गया।
जौनपुर और बाराबंकी में भी चलाई सख्त मुहिम
जौनपुर में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने छह बदमाशों का एनकाउंटर किया, कई अपराधियों ने आत्मसमर्पण किया और दर्जनों सलाखों के पीछे पहुंचाए गए। बाराबंकी में उन्होंने शराब तस्करी के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया, जिसमें आबकारी विभाग की संलिप्तता सामने आई। एक इंस्पेक्टर पर केस दर्ज कर उसे जेल भेजा गया।
भ्रष्ट पुलिसकर्मी पर भी गिराई गाज
सहारनपुर रेंज के डीआईजी रहते हुए उन्होंने खनन माफिया हाजी इकबाल की जमीन को अपनी पत्नी के नाम कराने वाले इंस्पेक्टर नरेश कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। अब उसके निलंबन और बर्खास्तगी की कार्रवाई चल रही है।
सम्मान और उपलब्धियां,तीन बार डीजीपी मेडल से सम्मानित,दो बार राष्ट्रपति वीरता पदक प्राप्त, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शौर्य सम्मान