जिलाधिकारी ने सेमीखेड़ा चीनी मिल का किया औचक निरीक्षण, 2 नवंबर से संचालन के निर्देश
मिल की धीमी तैयारियों पर जताई नाराजगी, 21 अक्टूबर तक फाइनल ट्रायल अनिवार्य

बरेली। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने सोमवार को किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड, सेमीखेड़ा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मिल की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को 2 नवंबर से आगामी पेराई सत्र 2025-26 की समयबद्ध शुरुआत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मिल हाउस, बॉयलिंग हाउस, पावर हाउस और बॉयलर जैसे प्रमुख इकाइयों में अभी तक केवल 54 से 58 प्रतिशत मरम्मत एवं रखरखाव कार्य ही पूर्ण हुआ है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए सभी तकनीकी इकाइयों का 21 अक्टूबर तक फाइनल ट्रायल अनिवार्य रूप से कराने को कहा।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि मिल का संचालन तय तिथि से पूर्ण उत्पादन क्षमता के साथ शुरू किया जाए, जिससे किसानों को समय पर गन्ना आपूर्ति का अवसर मिल सके।
जिलाधिकारी ने गन्ना क्रय केंद्रों की समय से स्थापना, परिवहन व्यवस्था की सुदृढ़ता और गन्ना आपूर्ति के सात दिन के भीतर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक बैंकिंग तैयारियां पहले से ही पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कैश क्रेडिट लिमिट की स्वीकृति प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाए।
पिछले पेराई सत्रों में कम चीनी परता (रिकवरी रेट) से हुई आर्थिक क्षति का जिक्र करते हुए उन्होंने इस बार उच्च परता प्राप्त करने के लिए तकनीकी सुधार एवं सघन तैयारी के निर्देश भी दिए। साथ ही, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले किसानों को पुरस्कृत किए जाने की योजना बनाने को भी कहा।
निरीक्षण के दौरान जिला गन्ना अधिकारी दिलीप कुमार सैनी, मीरगंज मिल के चीफ इंजीनियर मोहम्मद सईद, वित्त प्रमुख जयगोपाल चावला, सेमीखेड़ा मिल के प्रधान प्रबंधक किशन लाल, चीफ केमिस्ट, चीफ इंजीनियर सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।