जेल से रिहाई के बाद अखिलेश-आज़म आमने-सामने, सपा में नई सरगर्मी

रामपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को रामपुर पहुंचे। यहां उन्होंने सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं की यह मुलाकात सियासी हलकों में चर्चाओं का केंद्र बनी रही।
आजम से मुलाकात के कई राजनीतिक मायने
आजम खां की जेल से रिहाई के बाद अखिलेश यादव की यह उनसे पहली मुलाकात थी। इसे सपा में एकजुटता का संकेत माना जा रहा है। लंबे समय से यह सवाल उठ रहे थे कि अखिलेश ने अब तक आजम से मुलाकात क्यों नहीं की, लेकिन बुधवार की यह मुलाकात इन सभी सवालों का जवाब साबित हुई। रामपुर पहुंचने पर अखिलेश यादव का जौहर यूनिवर्सिटी में जोरदार स्वागत हुआ, जहां आजम खां ने स्वयं उन्हें रिसीव किया। इसके बाद दोनों एक ही वाहन में बैठकर आजम के घर पहुंचे।
कार्यकर्ताओं में दिखा जबरदस्त उत्साह
अखिलेश के आगमन की खबर लगते ही बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता जौहर यूनिवर्सिटी और आजम खां के घर के बाहर जुट गए। नारेबाजी और जयकारों के बीच माहौल पूरी तरह सपा रंग में रंग गया।
बरेली से रामपुर तक सुरक्षा के सख्त इंतजाम
इससे पहले अखिलेश यादव का विमान बरेली एयरपोर्ट पर उतरा। यहां से उन्हें सड़क मार्ग से रामपुर जाना था, लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से अनुमति नहीं दी। इसके बाद अखिलेश यादव को हेलिकॉप्टर से रामपुर रवाना किया गया। बरेली एयरपोर्ट पर सैकड़ों कार्यकर्ता अखिलेश से मिलने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। बाद में पांच नेताओं को मिलने की अनुमति दी गई।
सांसद नीरज मौर्य, विधायक शहजिल इस्लाम,नविधायक अताउर रहमान, जिलाध्यक्ष शिवरण कश्यप, महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी
राजनीतिक समीकरणों पर टिकी निगाहें
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, अखिलेश और आजम की यह मुलाकात आगामी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। माना जा रहा है कि सपा अब मुस्लिम नेतृत्व को दोबारा मजबूत करने की दिशा में सक्रिय हुई है।