डिंपल और तूबा बनीं एक दिन की CDO, सीखी प्रशासन की बारीकियाँ

बरेली। बेटियों के सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के मिशन शक्ति फेज-5 अभियान ने एक नई मिसाल कायम की है। इस अभियान के तहत छात्राओं को एक दिन के लिए प्रशासनिक अफसरों की कुर्सी संभालने का मौका दिया जा रहा है, ताकि वे नेतृत्व और जिम्मेदारी का अनुभव कर सकें।
बुधवार को विकास भवन में सर्वोदय जन कल्याण इंटर कॉलेज भमोरा की इंटरमीडिएट छात्रा डिंपल मौर्य और तूबा खान ने संयुक्त रूप से मुख्य विकास अधिकारी (CDO) का कार्यभार संभाला। मुख्य विकास अधिकारी देवयानी ने औपचारिक रूप से अपनी कुर्सी उन्हें सौंपी।
कुर्सी पर बैठकर डिंपल मौर्य ने कहा “आज मैं खुद को बेहद गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। यह अनुभव मेरे जीवन की यादगार घड़ी बन गया।”
इस दौरान दोनों छात्राओं ने सीडीओ के दैनिक कार्य, निर्णय प्रक्रिया और विकास योजनाओं के संचालन की बारीकियां समझीं।
मुख्य विकास अधिकारी देवयानी ने छात्राओं से बातचीत करते हुए कहा कि “एक दिन के लिए सांकेतिक अधिकारी बनाए जाने का उद्देश्य बेटियों को प्रशासनिक कार्यप्रणाली से परिचित कराना है, ताकि उनमें भी यह भावना विकसित हो कि वे भविष्य में सशक्त होकर समाज और देश की सेवा कर सकती हैं।”
उन्होंने छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ पाठ्येतर गतिविधियों में सक्रिय रहने की भी सलाह दी और विकास विभाग से जुड़े कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।
जिला विकास अधिकारी की कुर्सी संभाली कोमल और प्रशंसा ने
इसी क्रम में जिला विकास अधिकारी ने सर्वोदय जन कल्याण इंटर कॉलेज भमोरा की कक्षा 11 की छात्रा कोमल और भरत जी सरस्वती इंटर कॉलेज, आंवला की छात्रा प्रशंसा पाराशरी को एक दिन के लिए जिला विकास अधिकारी (DDO) की कुर्सी सौंपी।
दोनों छात्राओं को जिला विकास अधिकारी के कार्यों, विकास योजनाओं के क्रियान्वयन और प्रशासनिक दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।