दरगाह गेस्ट हाउस में बुजुर्ग पर जानलेवा हमला, तमंचा कनपटी पर रखकर चलाई गोली – बंधक बनाकर जबरन कराय वीडियो वायरल
फर्जी दस्तावेजों की शिकायत के बाद रची गई साजिश, दरगाह सेवा से जुड़े प्रभावशाली लोगों पर गंभीर आरोप

कमरे में पांच घंटे तक बंधक बनाकर दी गई जान से मारने की धमकी, वीडियो वायरल करने की भी धमकी
बरेली। दरगाह आला हजरत से जुड़े एक गेस्ट हाउस में फाइक इन्कलेव निवासी बुजुर्ग जावेद अली खान के साथ सनसनीखेज वारदात सामने आई है। पीड़ित ने कोतवाली थाने में तहरीर देते हुए आरोप लगाया कि उन्हें पहले झूठे बहाने से गेस्ट हाउस बुलाया गया और फिर कमरे में बंधक बनाकर जानलेवा हमला किया गया। आरोपियों ने अवैध तमंचे से गोली चलाई, जो सौभाग्यवश मिस हो गई। साथ ही उन्हें धमकाकर एक वीडियो जबरन रिकॉर्ड करवाया गया ताकि भविष्य में केस को कमजोर किया जा सके।
फर्जी दस्तावेज की शिकायत के बाद रची गई साजिश
पीड़ित जावेद अली खान ने बताया कि उन्होंने 14 अप्रैल को इकरार उर्फ दन्नी नामक व्यक्ति के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार करने की शिकायत की थी। आरोप है कि इसी के बाद 17 अप्रैल को दरगाह से जुड़े सेवादार बख्तियार ने उन्हें सलमान हसन खान से मिलने के लिए गेस्ट हाउस बुलाया।
कमरे में घेरकर की गई बेरहमी से पिटाई, धारदार हथियार से किया गया हमला
जैसे ही जावेद कमरे नंबर 101 में पहुंचे, पहले से मौजूद सलमान हसन, इकरार उर्फ दन्नी और डॉ. मेहंदी ने उन्हें घेर लिया। पीड़ित का आरोप है कि सलमान ने उन्हें अपशब्द कहे और तीनों ने मिलकर लात-घूंसों से पिटाई शुरू कर दी। जान से मारने की नीयत से सलमान ने धारदार हथियार से हमला किया, जिससे जावेद के कंधे पर गंभीर चोट आई।
तमंचा कनपटी पर रखकर चलाई गोली – बाल-बाल बचे बुजुर्ग
जावेद ने बताया कि इकरार ने कमर से अवैध तमंचा निकालकर उनकी कनपटी पर सटा दिया और गोली चला दी, लेकिन गोली मिस हो गई। जावेद जैसे ही ज़मीन पर गिरे, तो डॉ. मेहंदी ने कहा – “आज इतना काफी है, अगली बार इसका और इसके परिवार का नामोनिशान मिटा देंगे।”
जबरन बनवाया गया वीडियो, फोटो खिंचवाकर किया गया सुलह का दिखावा
पीड़ित के अनुसार, उन्हें धमकाकर एक वीडियो रिकॉर्ड कराया गया, जिसमें उन्हें यह कहना पड़ा कि वह अपनी मर्जी से आए थे और कोई झगड़ा नहीं हुआ। इसके बाद उनके गले में फूलों का हार डालकर फोटो खिंचवाई गई, ताकि घटना को सामान्य दिखाया जा सके।
पीड़ित की तहरीर पर कार्रवाई की मांग, मेडिकल के लिए भेजा गया
जावेद अली किसी तरह घर पहुंचे और परिजनों को पूरी घटना बताई। अगले दिन 18 अप्रैल को उन्होंने कोतवाली पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की लिखित शिकायत दी। पुलिस ने उन्हें तत्काल मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेजा और मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।