प्रार्थना सभा के नाम पर चल रहा था धर्म परिवर्तन का धंधा। पुलिस ने पादरी समेत तीन को दबोचा

बरेली। थाना बारादरी क्षेत्र की सुपर सिटी कॉलोनी में पुलिस ने धर्मांतरण के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। यहां एक मकान में हिंदू महिलाओं और बच्चों को रुपये व दूसरे लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पादरी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
शिकायत पर पुलिस ने की कार्रवाई
सुभाषनगर निवासी ऋषभ ठाकुर ने थाना बारादरी में शिकायत दर्ज कराई थी कि सुपर सिटी कॉलोनी में कुछ लोग हिंदू महिलाओं और बच्चों को बहकाकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इस कृत्य से उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने सुपर सिटी निवासी पादरी सुमित मैसी, अमित मैसी और सनराइज कॉलोनी निवासी सरिता पत्नी देवेंद्र व सत्यपाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।
भागने से पहले दबोचे गए आरोपी
पुलिस को सूचना मिली कि धर्मांतरण के आरोपी इलाके से फरार होने की फिराक में हैं। तत्काल दबिश देकर पुलिस ने सुमित मैसी, अमित मैसी और सत्यपाल को गिरफ्तार कर लिया। तीनों को आवश्यक पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
इलाज और प्रार्थना सभा के नाम पर चल रहा था खेल
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि वे “जो लोग ईसाई धर्म अपनाना चाहते हैं” उनके लिए प्रार्थना कराते थे और बाद में उनका धर्म परिवर्तन करा देते थे। यह भी खुलासा हुआ कि धर्म परिवर्तन का यह खेल इलाज और चमत्कारी प्रार्थना के नाम पर चलाया जाता था। बीमार लोगों को पहले इलाज का झांसा देकर बुलाया जाता, फिर धीरे-धीरे उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए तैयार किया जाता था।
महिलाएं और बच्चे थे मुख्य निशाने पर
पुलिस के मुताबिक, इनका टारगेट समूह मुख्य रूप से हिंदू महिलाएं और बच्चे हुआ करते थे। आरोपी उन्हें धर्म परिवर्तन के बाद सहायता और आर्थिक मदद का लालच देते थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस पूरे गिरोह के नेटवर्क और इससे जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। थाना बारादरी पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है।






