शहाबुद्दीन का सीएम योगी पर पलटवार…हलाल सर्टिफिकेशन के पैसे का आतंकवाद में इस्तेमाल होने की बात सही नहीं

बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान की ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि हलाल सर्टिफिकेशन से आने वाले पैसे के आतंकवाद पर इस्तेमाल की बात से वह सहमत नहीं हैं। अगर ऐसा ही है तो सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए।
मौलाना शहाबुद्दीन ने बुधवार को अपने एक बयान में कहा कि जिन लोगों ने हलाल सर्टिफिकेशन शुरू किया है, ये शरियत की रौशनी में सरासर गलत है। मजहब की आड़ में पैसा कमाया जा रहा है। मौलाना ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री की इस बात से भी वह सहमत नहीं हैं कि इस पैसे को आतंकवाद के लिए खर्च किया जा रहा है। मौलाना ने कहा कि कागज के एक छोटे से टुकड़े पर हलाल सर्टिफाइड लिख देने से कोई भी चीज हलाल नहीं हो सकती। किसी चीज को हलाल घोषित करने के लिए उसका शरियत के तय पैमाने पर उतरना जरूरी है। जब तक शरियत की तरफ से लागू की गई शर्तें पूरी नहीं होती उस वक्त तक हलाल नहीं समझा जा सकता।
मौलाना ने कहा कि चंद लोगों ने हलाल सर्टिफिकेट देने की संस्था खोल रखी है। जिसके जरिए से हलाल सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। जिस फर्म को दिया जाता है उससे मोटी रकम वसूल की जाती है। ये तरीका सरासर गलत है। मौलाना ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस बात से वह सहमत नहीं हैं कि इस पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने या देश के खिलाफ इस्तेमाल किया जाता है। अगर ऐसा है तो हुकूमत को चाहिए इसकी जांच कराएं।






